
MP : मध्यप्रदेश में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री की आगामी सनातन हिंदू एकता पदयात्रा को लेकर विवाद बढ़ गया है। भीम आर्मी और दलित पिछड़ा समाज संगठन ने यात्रा का कड़ा विरोध जताते हुए आरोप लगाया है कि यह समाज में फूट डालने की कोशिश है।
दलित पिछड़ा समाज संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दामोदर यादव ने बताया कि वे पांच दिन पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर यात्रा पर रोक लगाने की मांग कर चुके हैं। अब संगठन की लीगल टीम दो दिन बाद जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर करेगी, जिसमें यात्रा पर रोक की गुहार लगाई जाएगी।
यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश में जातिवादी राजनीति बढ़ रही है और मध्यप्रदेश भी इससे अछूता नहीं है। दमोह, कटनी, छतरपुर, दतिया और भिंड जैसे जिलों में दलितों और पिछड़ों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं। उन्होंने कहा — “धर्म की बातें करने वाले ही आज समाज को तोड़ने का काम कर रहे हैं।”
आजाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सत्येन्द्र विद्रोही ने कहा कि उनका उद्देश्य वर्ग संघर्ष नहीं, बल्कि संवैधानिक व्यवस्था को मजबूत करना है। वहीं, पार्टी की युवा विंग के पूर्व अध्यक्ष अनिल गुर्जर ने चेतावनी दी कि “जहां भी सांप्रदायिकता फैलाई जाएगी, भीम आर्मी उसे रोकने के लिए तैयार है।”
बताया जा रहा है कि धीरेन्द्र शास्त्री की 7 नवंबर से शुरू होने वाली 170 किलोमीटर लंबी पदयात्रा दिल्ली से वृंदावन तक जाएगी, जो 16 नवंबर को समाप्त होगी।
यादव ने कहा कि इस यात्रा से सांप्रदायिक तनाव बढ़ने की आशंका है, इसलिए इसे रोका जाना चाहिए। उन्होंने साफ चेतावनी दी कि अगर सरकार या अदालत ने यात्रा पर रोक नहीं लगाई, तो संगठन सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगा।










