
नई दिल्ली : मंगल ग्रह हमेशा से ही वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के लिए रहस्य और आकर्षण का केंद्र रहा है। क्या वहां जीवन है? क्या वहां भविष्य में इंसान रह पाएंगे? इन्हीं सवालों के जवाब खोजने के लिए दुनिया के कई देशों ने अब तक मंगल पर दर्जनों मिशन भेजे हैं। आइए जानते हैं अब तक किन-किन देशों ने मंगल पर सफलतापूर्वक अपने मिशन भेजे और उनसे क्या हासिल किया गया।
🇺🇸 अमेरिका : मंगल पर सबसे ज्यादा सफल मिशन
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने मंगल अन्वेषण में सबसे आगे रहते हुए कई ऐतिहासिक मिशन लॉन्च किए हैं:
- 1965: Mariner-4 – पहला सफल फ्लाईबाय
- 1976: Viking-1 और Viking-2 – पहले सफल लैंडर
- 2004: Spirit और Opportunity – लंबे समय तक काम करने वाले रोवर
- 2012: Curiosity – अब भी सक्रिय
- 2021: Perseverance – अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों से लैस
इन मिशनों ने मंगल की सतह, वातावरण और भूगर्भीय संरचना की महत्वपूर्ण जानकारी भेजी है।
🇮🇳 भारत: पहला ही प्रयास और शानदार सफलता
भारत ने 2013 में ‘मंगलयान’ (Mars Orbiter Mission) लॉन्च किया, जो 2014 में मंगल की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश कर गया।
- यह भारत का पहला मिशन था और अपने कम बजट में सफल होने वाला पहला मिशन बना।
- भारत ऐसा करने वाला एशिया का पहला देश बना और वैश्विक स्तर पर इसकी सराहना हुई।
- इस मिशन ने मंगल की कई तस्वीरें और वैज्ञानिक आंकड़े भेजे।
🇨🇳 चीन: एक ही मिशन में तीन बड़ी उपलब्धियां
2020 में लॉन्च हुआ चीन का ‘Tianwen-1’ मिशन 2021 में मंगल पर पहुंचा।
इस मिशन की खास बात यह थी कि इसमें तीन चरण थे:
- ऑर्बिटर (कक्षा में घूमने वाला यान)
- लैंडर (मंगल की सतह पर उतरने वाला यान)
- Zhurong रोवर (सतह पर चलकर अध्ययन करने वाला यान)
चीन ने एक ही मिशन में यह तीनों सफलताएं हासिल कीं, जो अब तक किसी भी देश ने एक साथ नहीं की थी।
🇦🇪 संयुक्त अरब अमीरात (UAE): आशाजनक शुरुआत
UAE ने 2020 में ‘Hope Probe’ नामक ऑर्बिटर भेजा जो 2021 में मंगल की कक्षा में पहुंचा।
- यह अरब दुनिया का पहला सफल मंगल मिशन था।
- इसका मुख्य उद्देश्य मंगल के वातावरण और मौसमी बदलावों का अध्ययन करना है।
🇪🇺 यूरोपियन यूनियन (EU): वैज्ञानिक साझेदारी
यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) ने दो प्रमुख मिशन भेजे:
- 2003: Mars Express – अभी भी कक्षा में सक्रिय
- 2016: ExoMars Trace Gas Orbiter – मंगल की गैसों और वातावरण का अध्ययन कर रहा है
🇷🇺 रूस (पूर्व सोवियत संघ): शुरुआती प्रयास
1971 में ‘Mars-3’ नाम का यान मंगल की सतह पर उतरा, लेकिन उतरने के कुछ ही समय बाद संपर्क टूट गया।
यह मंगल की सतह तक पहुंचने वाला पहला मिशन माना जाता है, भले ही यह पूर्णतः सफल नहीं रहा।