
हमीरपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल में प्राकृतिक आपदा के समय प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा ज़िम्मेदारियों से भागने, झूठ बोलने व जनता को गुमराह कर रही है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा हिमाचल की प्राकृतिक आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित किए जाने को दिखावा मात्र व घड़ियाली आंसू बहाने की संज्ञा दी।
अनुराग सिंह ठाकुर ने बताया कि 2013 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए-2 की सरकार ने प्राकृतिक आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का प्रावधान ख़त्म करने का काम किया था तो आज वो किस आधार पर हिमाचल की आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की माँग कर रहे हैं।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने सदा ही अपनी ज़िम्मेदारियों से भागने, जनता को गुमराह करने व केंद्र सरकार पर झूठा आरोप लगाने का काम किया है। प्रदेश सरकार सार्वजनिक रूप से कहती है कि केंद्र सरकार सहयोग नहीं करती, मगर विधानसभा में लिखित रूप में मानते हैं कि केंद्र सरकार से आपदा के दौरान पिछले 3 वर्षों में हज़ारों करोड़ रुपये हिमाचल को मिले हैं।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में यानी अभी 31 जुलाई 2025 तक राज्य सरकार को विभिन्न आपदा-संबंधी मदों के अंतर्गत केंद्र सरकार से कुल ₹3,05,78,63,000 (लगभग ₹3,058 करोड़) प्राप्त हुए हैं। इसमें से केंद्र सरकार ने ₹3,247.64 करोड़ का योगदान दिया जबकि राज्य सरकार ने मात्र ₹330.99 करोड़ का योगदान दिया। राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) में हिमाचल को केंद्र के हिस्से के रूप में ₹1,280.40 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। राज्य आपदा न्यूनीकरण (एसडीएमएफ) के अन्तर्गत राज्य को केंद्रीय हिस्से के रूप में ₹319.95 करोड़ प्राप्त हुए तो वहीं राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (एनडीआरएफ) में हिमाचल को केंद्रीय सहायता के रूप में ₹1,637.84 करोड़ प्राप्त हुए।
उन्होने कहा कि इसके अतिरिक्त वर्ष 2025-26 में आपदा-पश्चात आकलन, पुनर्स्थापन और पुनर्निर्माण की तात्कालिक आवश्यकताओं के लिए, राज्य को केंद्र सरकार से ₹451.44 करोड़ रुपये की सहायता मिली है। वर्ष 2025-26 में, राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण कोष (एनडीएमएफ) के अंतर्गत राज्य को केंद्र सरकार से ₹9.45 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता मिली है।
अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार ने हिमाचल प्रदेश को प्राकृतिक आपदा से हुए नुक़सान की भरपाई में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार तुलना में एसडीआरएफ़ में 3 गुना तो एनडीआरएफ़ में 5 गुना से ज़्यादा की आर्थिक मदद दी है।
भाजपा सांसद ने कहा कि यह देखना दुःखद है कि कांग्रेस पार्टी आपदा के समय भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है और हिमाचल को आपदा से उबारने की बजाय अपनी ज़िम्मेदारियों से भाग रही है। कांग्रेस कहती है कि हिमाचल की प्राकृतिक आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए मगर कांग्रेस ये क्यों भूल जा रही है कि 2013 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए-2 की सरकार ने प्राकृतिक आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का प्रावधान ख़त्म करने का काम किया था।