रायबरेली। आजादी के पहले बने कांग्रेस कार्यालय तिलक भवन में साफ सफाई रंग रोगन गुरुवार से शुरू हो गई। इस साफ सफाई में सांसद सोनिया गांधी के उत्तराधिकारी के रूप में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की आहट कार्यकर्ताओं ने महसूस की। इस आहट से ही कार्यालय में चहचहाहट बढ़ गई। एक पर प्रफुल्लित कार्यकर्ता ने कहा, वह ( प्रियंका) आ रही हैं..।
तिलक भवन वैसे खुलने का समय 11:00 बजे है लेकिन कल 10:00 बजे से ही साफ सफाई के लिए मजदूर और पुताई के लिए लोग पहुंच गए। लंबे समय से एक स्थान पर जमा सामान को हटाकर दीवारों को खुरचना शुरू हो गया। जाला साफ करने का काम भी चलने लगा। सेवादल के समर्पित कार्यकर्ता कल्याण श्रीवास्तव पूरे काम पर नजर रखे हुए थे। जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी के सारथी रमेश मिश्रा एक कुर्सी पर बैठे हुए थे। जिलाध्यक्ष के आते ही खुशी से तेजी से उठे और कहने लगे- दादा, वह आ रही हैं! उधर भुएमऊ गेस्ट हाउस मैं भी साफ सफाई का काम तेज है।
सोफा, कुर्सी, गद्दे, पर्दे ठीक किए जा रहे हैं। इस तैयारी से ही प्रियंका गांधी के यहां से चुनाव लड़ने की आहट महसूस की गई और इसी से कार्यालय और गेस्ट हाउस में हलचल बढ़ गई है।जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं संगठन प्रभारी विजय शंकर अग्निहोत्री अपने कक्ष में बैठे थे। पूछने पर कहा- लोकतंत्र के उत्सव में साफ सफाई तो होना मांगता ही है। प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने के सवाल पर वह बोले-‘ हम लोगों को तो पहले से ही उम्मीद है कि प्रियंका गांधी ही यहां से चुनाव लड़ेंगी। संशय जिसको होगा, उसको होगा। हम लोगों को नहीं। मीडिया प्रभारी विनय द्विवेदी को भी पूरा भरोसा है कि प्रियंका गांधी ही यहां से चुनाव लड़ेंगी।
इनसेट -दो दशक में पहली बार कांग्रेसी राजनीति में सन्नाटा
रायबरेली में पिछले दो दशक में यह पहला मौका है कि चुनाव प्रक्रिया प्रारंभ होने के दिन तक कांग्रेस की राजनीति में सन्नाटा पसरा है। उम्मीदवारी को लेकर धुंध छाई हुई है। पहले यह तय ही रहता था कि सोनिया गांधी ही चुनाव लड़ेंगी। इस बार उनके सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की वजह से ही उम्मीदवारी को लेकर बादल छाए हुए हैं। गांधी परिवार चुनावी रणनीति और कूटनीति के तहत अपने उत्तराधिकारी का नाम घोषित करने से बच रहा है।
भाजपा: सेना तैयार, सेनापति का इंतजार
रायबरेली को कांग्रेस मुक्त करने का सपना देख रही भारतीय जनता पार्टी भी वेट एंड वॉच की रणनीति पर चल रही है। यही वजह है कि भाजपा की चुनावी गतिविधियां अभी विधिवत प्रारंभ नहीं हो पाई हैं। सेना को सेनापति का इंतजार है।
शुक्रवार को त्रिपुला के पास स्थित पार्टी कार्यालय अटल भवन में किसान मोर्चा के 5 में को हरचंदपुर में होने वाले सम्मेलन की तैयारी के सिलसिले में जिला महामंत्री विक्रांत अकेला शैलेंद्र चौधरी और जिला उपाध्यक्ष उमेश सिंह आज 10 लोगों के साथ चर्चा कर रहे थे। विक्रांत ने कहा कि पार्टी चुनाव के लिए तैयार है। बस प्रत्याशी की घोषणा का इंतजार है। बाहर दो एक और लोग बैठे हुए थे। भाजपा का टिकट पाने के लिए 2014 में यहां से किस्मत आजमा चुके अजय अग्रवाल, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह और राज्यसभा चुनाव में पार्टी से बगावत करने वाले सपा विधायक एवं पूर्व मंत्री मनोज पांडे भी प्रयासरत हैं।