
छिंदवाड़ा। जहरीले कोल्ड्रिफ कफ सिरप से हुई 22 मासूम बच्चों की मौत के मामले में जांच का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को परासिया एसआईटी ने डॉक्टर प्रवीण सोनी की पत्नी ज्योति सोनी को भी सह-आरोपी बनाया है। टीम ने उनकी गिरफ्तारी के लिए कई ठिकानों पर दबिश दी।
पति को बचाने का आरोप
एसपी अजय पांडे के मुताबिक, ज्योति सोनी डॉ. जैन के क्लिनिक के बगल में एक मेडिकल स्टोर चलाती थीं, जहां से कोल्ड्रिफ कफ सिरप बेचा गया था। आरोप है कि बच्चों की मौत के बाद उन्होंने अपने पति को बचाने के लिए मेडिकल स्टोर के रिकॉर्ड को खुर्द-बुर्द कर दिया। जांच में अब तक मेडिकल स्टोर से 66 कफ सिरप की ट्रेसिंग नहीं हो पाई है। एसआईटी ने ज्योति को सह-आरोपी बनाते हुए उनकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं।
एमआर से रिमांड में पूछताछ जारी
इससे पहले, सोमवार को एसआईटी ने श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स कंपनी के मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव सतीश वर्मा को गिरफ्तार किया था। वर्मा को दो दिन की पुलिस रिमांड पर लेकर सिरप की सप्लाई चैन और वितरण नेटवर्क से जुड़ी जानकारियां जुटाई जा रही हैं। उनकी रिमांड गुरुवार को पूरी होगी, जिसके बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया जाएगा।
अब तक पांच आरोपी जेल में
इस कांड में पुलिस अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है —
- श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स कंपनी के मालिक रंगनाथन,
- परासिया के डॉक्टर प्रवीण सोनी,
- कोल्ड्रिफ सिरप के होलसेलर राकेश सोनी (न्यू अपना फार्मा संचालक),
- अपना मेडिकल परासिया के फार्मासिस्ट सौरभ जैन,
- और दवा कंपनी की केमिकल एनालिस्ट के. महेश्वरी, जिन्हें तमिलनाडु के कांचीपुरम से गिरफ्तार किया गया था।
अब इस मामले में ज्योति सोनी की गिरफ्तारी के साथ जांच और गहराई तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।










