हिमाचल प्रदेश में पिछले दिनों हुई भारी बर्फबारी से ठंड का असर बना हुआ है और आम जनजीवन प्रभावित है। हालांकि गुरूवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में धूप खिलने से लोगों को राहत मिली है। धूप से न केवल दिन के तापमान में मामूली वृद्धि हुई है, बल्कि बर्फबारी से अवरुद्ध सड़कों को खोलने का कार्य भी तेजी से जारी है। वहीं राज्य के मैदानी इलाकों में कहीं-कहीं कोहरे का भी असर दिखाई दे रहा है।
बिलासपुर और मंडी जिलों में सुबह के वक्त घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता घटने से यातायात प्रभावित हुआ है। हालांकि दिन में धूप निकलने से स्थिति बेहतर हो रही है और ठंड में भी कुछ राहत मिल रही है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घण्टों बाद पश्चिम विक्षोभ के सक्रिय होने से फिर से बर्फबारी का अनुमान जताया है। 27 से 29 दिसम्बर तक पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानों में वर्षा के आसार हैं। इससे ठंड का प्रकोप और बढ़ेगा। खास बात यह है कि नए साल की शुरूआत भी बर्फबारी से होने की संभावना बनी हुई है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक प्रदेश भर में गुरूवार सुबह तक बर्फबारी के कारण तीन नेशनल हाइवे और 157 सड़कों पर यातायात पूरी तरह से अवरुद्ध है। ये हाइवे और सड़कें पिछले चार दिनों से बंद हैं। इनमें सबसे ज्यादा 72 सड़क शिमला जिला के ऊपरी क्षेत्रों कोटखाई, जुब्बल, रोहड़ू, रामपुर, चौपाल, कुपवी, कुमारसेन और डोडरा क्वार उपमंडलों की शामिल हैं। हालांकि शिमला जिला मुख्यालय से रोहड़ू, रामपुर और चौपाल को जाने वाली मुख्य सड़कों को बहाल कर दिया गया है। शिमला जिले के कुफरी, फागू और नारकण्डा क्षेत्रों में बर्फ की परतें इतनी मोटी थीं कि वाहनों की आवाजाही बिल्कुल बंद हो गई थी। प्रशासन ने वहां मिट्टी डालकर बर्फ को हटाने का प्रयास किया है, ताकि लोगों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो। लेकिन सुबह-सुबह यहां की सड़कों पर फिसलन की समस्या बनी रही तथा वाहन चालकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
इसी तरह लाहौल स्पीति जिला में 36, कुल्लू में 25, मंडी में 10, कांगड़ा में छह, किन्नौर में चार, ऊना में तीन और चम्बा जिला में एक सड़क अवरुद्ध है। कुल्लू जिला में एनएच-3 और एनएच-305 जबकि लाहौल स्पीति में एनएच-505 बाधित है। इन सड़कों को खोलने के लिए लोकनिर्माण विभाग की टीम जुटी हुई हैं। शिमला, कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों में बर्फ़बारी के बीच फंसे सैलानियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार बर्फबारी से राज्य के अलग-अलग इलाकों में 25 बिजली ट्रांसफॉर्मर और 12 पानी की स्कीमें भी बंद हैं।
कल से शुरू होगा बर्फबारी का दौर, नए साल पर भी बर्फ गिरने के आसार
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अपने पूर्वानुमान में अगले तीन दिन वर्षा-बर्फ़बारी की संभावना जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि पश्चिमी विक्षाेभ के असर से 27 से 29 दिसम्बर तक वर्षा व बर्फबारी होने के आसार हैं। 27 दिसम्बर को कुछ स्थानों पर अंधड़ व बिजली चमकने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। अगले चार दिन राज्य में शीतलहर और कोहरे का भी अलर्ट रहेगा। 30 व 31 दिसम्बर को मौसम के साफ रहने की उम्मीद है। जबकि पहली जनवरी को दोबारा कुछ स्थानों में बर्फ़बारी हो सकती है।
सात शहरों का शून्य से नीचे पारा, ताबो सबसे ठंडा
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार गुरूवार को सात शहरों का न्यूनतम तापमान माइनस में रिकॉर्ड किया गया। इनमें लाहौल स्पीति का ताबो -12.1 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ सबसे ठंडा स्थल रहा। समधो में न्यूनतम तापमान -8.5 डिग्री, कुकुमसेरी में -7.8 डिग्री, मनाली में -1.8 डिग्री, कल्पा में -1.6 डिग्री, भुंतर में -0.9 डिग्री, बजुआरा में -0.7 डिग्री, शिमला में 4.8 डिग्री, सुंदरनगर में 0.3 डिग्री, नारकण्डा व सराहन में 0.1 डिग्री और भरमौर में 0.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है।