सीएम योगी का राष्ट्रविरोधियों पर कड़ा प्रहार, बोले- ‘देश को विभाजित करने वाले जयचंद व मीरजाफर जैसे पापी हैं ये लोग’

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जाति, क्षेत्र और भाषा के नाम पर समाज और देश को विभाजित करने वालों से सावधान रहने का आह्वान करते हुए कहा कि ऐसे लोग जयचंद और मीरजाफर जैसा पाप कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कोई जाति के नाम पर, कोई क्षेत्र और कोई भाषा के नाम पर बांट रहा है। समाज और देश तोड़क इन तत्वों को जब सत्ता में आने मौका मिलता है तो वे सिर्फ अपने और परिवार के बारे में सोचते हैं। परिवार के लिए प्रॉपर्टी, विदेश में होटल और द्वीप खरीदते हैं।

सीएम योगी मंगलवार को सैनिक स्कूल गोरखपुर में देश के पहले सीडीएस (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ) स्वर्गीय जनरल बिपिन रावत के नाम पर बने एक हजार से अधिक की क्षमता के ऑडिटोरियम के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनरल बिपिन रावत की प्रतिमा का भी अनावरण किया और महान सैन्य नायक को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। जनरल बिपिन रावत की चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर इस प्रतिमा की स्थापना जीबीआर मेमोरियल फाउंडेशन ऑफ इंडिया की तरफ से कराई गई है।

सीएम योगी ने कहा कि आजादी के अमृत वर्ष 2022 में प्रधानमंत्री मोदी ने आह्वान किया था कि आजादी के शताब्दी वर्ष तक हमें कैसा भारत चाहिए, इसके लिए एक कार्ययोजना बनाकर आगे बढ़ना होगा। उन्होंने सवाल किया कि क्या कोई सच्चा भारतीय गरीब, असुरक्षित या कमजोर भारत चाहता होगा? इसका जवाब भी उन्होंने खुद दिया और कहा कि एक सच्चा भारतीय मजबूत, विकसित और आत्मनिर्भर भारत ही चाहेगा। अगर कोई व्यक्ति ऐसा नहीं चाहता है तो वह सच्चा भारतीय हो ही नहीं सकता।

विरासत और परंपरा को नजरअंदाज करके प्रगति नहीं कर सकता समाज

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी के पहले प्रण ‘विरासत पर गौरव की अनुभूति’ का उल्लेख करते हुए कहा कि हमें अपने वीर सैनिकों, महापुरुषों को का सम्मान करना होगा। श्रीराम, श्रीकृष्ण, महाराणा प्रताप, छत्रपति वीर शिवाजी, गुरु गोविंद सिंह, रानी लक्ष्मीबाई की विरासत और परंपरा पर गर्व करना होगा।

विदेशी आक्रांता नहीं हो सकता महान

सीएम योगी ने प्रधानमंत्री के दूसरे प्रण ‘गुलामी के अंशों को सर्वथा समाप्त करना’ का जिक्र करते हुए कहा कि हमें गुलामी की मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेंकना होगा। देश में बनी चीज खराब और विदेशी विदेशी ही अच्छा है, इस सोच को तिलांजलि देनी होगी। पीएम मोदी के दूसरे प्रण को और विस्तार से समझाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सिकंदर को महान क्यों कहें? हमारे लिए महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी, जनरल बिपिन रावत और परमवीर चक्र विजेता सैनिक महान हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए विदेशी आक्रांता महान नहीं हो सकता।

सेना के जवानों की वजह से मिलती है चैन की नींद

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के तीसरे प्रण ‘सैन्यबलों के प्रति सम्मान भाव’ की चर्चा करते हुए कहा कि हम अपने घरों में चैन से इसलिए सो पाते हैं कि सेना के जवान देश की सीमा पर रखवाली करते हैं। अर्धसैनिक बल पैट्रोलिंग करते हैं और पुलिस के जवान मेहनत करते हैं। उन्होंने यह भी समझाया कि एक व्यक्ति की गलती से पूरी फोर्स खराब नहीं हो जाती। हमें जवानों के प्रति श्रद्धा और सम्मान का भाव रखना होगा।

हर नागरिक के मन में हो भारतीयता का भाव

चौथे प्रण ‘सामाजिक एकता’ के सूत्र को समझाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की प्रगति तभी होगी, कल्याण तभी होगा जब समरस समाज की स्थापना होगी। हर नागरिक के मन में भारतीयता का भाव होगा। जिसके मन में भारतीयता का भाव नहीं है वह देश का नहीं बल्कि पराया है। सीएम ने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के एक वक्तव्य का उल्लेख करते हुए कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि सबसे पहले और सबसे अंत में भी मेरी पहचान एक भारतीय की है।

वही देश महान जहां नागरिक अपने कर्तव्यों के प्रति सजग

पांचवें प्रण ‘नागरिक कर्तव्य’ की विस्तार से चर्चा करते हुए उन्हाेंने कहा कि आजादी के बाद अधिकारों के संरक्षण की बात तो खूब हुई लेकिन उसकी तुलना में नागरिक कर्तव्यों की चर्चा नहीं हुई। उन्होंने नागरिक कर्तव्यों की सजगता को लेकर देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का उदाहरण दिया। कहा कि जनरल रावत कहते थे कि विपरीत परिस्थितियों में भी सेना द्वारा देश की सुरक्षा के लिए मोर्चा इसलिए ले पाती है कि वह कर्तव्य के प्रति सचेत है।

यूपी के सैनिक स्कूल में बालिकाओं के लिए किया आरक्षण का प्रावधान

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक गोरखपुर के सैनिक स्कूल की चर्चा करते हुए कहा कि यह सैनिक स्कूल सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है। यहां बालकों के साथ ही बालिकाओं के लिए भी आवासीय व्यवस्था में अध्ययन की सुविधा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2018 में उन्होंने यूपी के सैनिक स्कूल में बालिकाओं के लिए अलग से आरक्षण शुरू किया। वर्तमान में गोरखपुर सैनिक स्कूल में 75 बालिकाएं और 235 बालक, कुल 310 कैडेट्स शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर के सैनिक स्कूल का उद्घाटन उन्होंने तत्कालीन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से कराया था जो खुद सैनिक स्कूल के पूर्व छात्र रहे हैं। गोरखपुर आगमन पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू भी इस सैनिक स्कूल के बच्चों के अनुशासन से बेहद प्रभावित और प्रफुल्लित हुई थीं।

सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर सैनिक स्कूल का यह दायित्व है कि वह प्रत्येक वर्ष 8 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत के साथ-साथ देश के लिए शहादत देनेे वाले अन्य बलिदानियों की शहादत को स्मरण कर उनका नमन करे। इस दिवस को प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया जाए। स्कूल के कैडेटों में राष्ट्रभक्ति और जीवन के उच्च आदर्शो को परिपूर्ण करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन हो।

उन्होंने आज के कार्यक्रम के लिए जनरल बिपिन फाउंडेशन के सभी पदाधिकारियों और उनकी दोनों पुत्रियों कृतिका व तारिणी रावत का आभार जताते हुए कहा कि किसी भी पुत्री के लिए यह गौरव की बात है कि उसके पिता देश के लिए बलिदान हुए।

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