
- अपने कप्तान को देख थानेदारों ने घेर लिए रिक्शा चालक
- रिक्शा चालकों के चेहरे में छिपे बदमाशों की टोह में जुटा महकमा
पडरौना, कुशीनगर। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के आलमबाग में बीते सप्ताह एक ई रिक्शा चालक द्वारा एक महिला का अपहरण, रेप व मर्डर केस में चालक की पुलिस मुठभेड़ में पुलिस द्वारा मार गिराए जाने की घटना के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की ई रिक्शाचालकों पर भौंहें टेढ़ी किये जाने के बाद पुलिस प्रमुख यानी डीजीपी भी एक्शन में आ गए हैं।
नतीजतन सोमवार को एसपी कुशीनगर संतोष कुमार मिश्र खुद सड़क पर उतर गए और डीजीपी द्वारा जारी गाइडलाइन का अक्षरशः पालन कराने के अभियान का कुशीनगर जिले में श्रीगणेश भी कर दिया। फिर क्या था जिले भर के सभी थानेदार मातहतों की टीम के ई रिक्शा चालकों को जिले भर में घेर लिया और जांच पड़ताल शुरू कर दी।
उल्लेखनीय है कि शासन के निर्देश पर एसपी कुशीनगर ने कुशीनगर जिले में ई-रिक्शा और ई-रिक्शा चालकों के सत्यापन का विशेष अभियान शुरू कर दिया है। इस अभियान के अंतर्गत पुलिस अधीक्षक कुशीनगर संतोष कुमार मिश्र खुद भ्रमणशील रहकर विभिन्न थाना क्षेत्रान्तर्गत ई-रिक्शा व ई रिक्शा चालकों का सत्यापन करवाया।
इस दौरान विशेष रूप से बिना वैध दस्तावेज, बिना लाइसेंस और नाबालिगों द्वारा ई-रिक्शा संचालन जैसे उल्लंघन करते पाए जाने पर ई रिक्शा का चालान किया गया। जबकि कुछ वाहनों को आवश्यक दस्तावेजों के अभाव में जब्त भी किया गया।
इस अभियान के तहत पुलिस अफसरों द्वारा की गई कार्रवाई का विवरण इस प्रकार है –
बिना वैध दस्तावेज: ई-रिक्शा चालकों के पास वैध पंजीकरण की कमी पाए जाने पर चालान जारी किए गए।
बिना लाइसेंस: ई-रिक्शा चालकों के पास बिना लाइसेंस एवं बिना पंजीकृत नंबर प्लेट के संचालित ई-रिक्शों की पहचान कर जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई।
नाबालिग चालक: नाबालिगों द्वारा ई-रिक्शा चलाने के मामलों पर नियमानुसार कार्रवाई की गई और उनके अभिभावकों को चेतावनी दी गई।
अपराधिक प्रवृत्तिः चेकिंग के दौरान कुछ ई-रिक्शा चालक अन्य राज्य से सम्बन्धित पाये गये। जिनके बारे में सम्बन्धित थाने से अपराधिक इतिहास व आम शोहरत का आंकलन करने हेतु सम्बन्धित को पत्राचार कर नियमानुसार कार्यवाही की गयी। संदिग्ध ई-रिक्शा चालकों का स्थानीय थानों और अपराध रिकॉर्ड डेटाबेस के माध्यम से चालकों के अपराधिक इतिहास की जानकारी कर नियमानुसार कार्यवाही की गयी।
इसी क्रम में एसपी श्री मिश्र के निर्देश पर जनपद के सभी थाना क्षेत्रों में यह अभियान व्यापक स्तर पर चलाया जा रहा है। इस दौरान क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (एआरटीओ) के साथ समन्वय स्थापित कर ई-रिक्शा चालकों के दस्तावेजों का सत्यापन शुरू किया गया है।