मैनपुरी की चारो सीटें जीतने का किया दावा
बांके बिहारी जी ने कहा, मैनपुरी में जीतोगे चारों सीट – योगी आदित्यनाथ
प्रदेश की बदहाली के लिए सपा, बसपा, कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया
करहल/मैनपुरी। शहर के क्रिश्चियन मैदान में शुक्रवार को चुनावी सभा करने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्हें बांके बिहारी जी ने निर्देश दिए हैं कि वे मैनपुरी के बाद चुनावी सभा के लिए करहल जाएंगे तो उन्हें मैनपुरी की चारों सीटें मिल जाएंगी। दावा किया कि इटावा और फिरोजाबाद की सभी सीटें भाजपा जीत रही है। मैनपुरी की चारों सीटें भी भाजपा जीतेगी। जनसभा में उन्होंने उत्तर प्रदेश की बदहाली के लिए कांग्रेस, सपा और बसपा को जिम्मेदार ठहराया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 और 2017 से पहले कांग्रेस के साथ मिलकर सपा और बसपा की सरकारों ने उत्तर प्रदेश में जमकर अराजकता की। नौजवान, व्यापारी, बहन, बेटियां सुरक्षित नहीं थीं। उत्तर प्रदेश में माफिया का राज चलता था। 2012 में अखिलेश की सरकार ने सत्ता में आते ही सबसे पहले अयोध्या, काशी के मंदिरों पर हमला करने वाले आतंकवादियों के मुकदमे वापस लिए। प्रदेश की कचहरियों पर हमले करने वालों के मुकदमे भी वापस लिए गए। लेकिन 2017 में यूपी की जनता ने भाजपा को आशीर्वाद दिया तो आतंकवादी और माफिया रहम की भीख मांगने लगे। उन्हें जेल भेजा गया। आज उत्तर प्रदेश विकास के पथ पर है। तरक्की कर रहा है।
करहल में अखिलेश पर साधा निशाना
मैनपुरी सदर में जनसभा के बाद मुख्यमंत्री करहल में पहुंचे जहां पर करहल से भाजपा प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल के लिए वोट मांगे। करहल में जनसभा के दौरान योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी आतंकवादियों का समर्थन करने वाली पार्टी है। उन्होने अपने संबोधन में मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह यादव तक का जिक्र भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि करहल से अखिलेश यादव चुनाव हार रहे हैं, इसलिए बौखलाहट में वह भाजपा के उम्मीदवार पर हमले करवा रहे हैं।
सपा की संवेदना आतंकवादियों के साथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब इनकी (समाजवादी पार्टी) सरकार बनी थी तब इनकी संवेदनाएं गरीबों, किसानों, युवाओं के प्रति नहीं थी। ये आतंकवादियों के साथ थे। यही कारण है कि सरकार में आते ही इन्होंने सबसे पहले अयोध्या, काशी की मंदिरों, वाराणसी, लखनऊ और रामपुर में आतंकी हमला करने वालों आतंकवादियों का मुकदमा वापस लिया। वहीं, जब भाजपा की सरकार आई तो सबसे पहले हमने किसानों के कर्ज माफी का निर्णय लिया।
आसमान से टपके और खजूर पर अटके
मुख्यमंत्री ने कहा, करहल से सपा के जो प्रत्याशी हैं, वो जब नामांकन करने आए थे, तब बोले थे कि अब केवल सर्टिफिकेट लेने आऊंगा, लेकिन भाजपा प्रत्याशी ने उन्हें पांच दिन में ही बुला लिया। वह बेचौन हैं। उनकी स्थिति आसमान से टपके और खजूर पर अटके वाली हालत हो गई है। आजमगढ़ से वह सांसद चुने गए थे, लेकिन कोरोना के समय वह एक बार भी आजमगढ़ नहीं गए। उनको लगा कि नेताजी की विरासत को हथिया लूं।
मरम्मत के लिए भेजा है बुलडोजर
सीएम योगी ने कहा कि बुलडोजर को मरम्मत करने के लिए भेज दिया है। 10 मार्च के बाद फिर से ये चलेगा। जिन लोगों की अभी गर्मी निकल रही है, वो 10 मार्च के बाद समाप्त हो जाएगी। मुझे बताया जा रहा है कि सपा के गुंडे जगह-जगह भाजपा के समर्थकों को धमकी दे रहे हैं। अब ये धमकीबाज बहुत ज्यादा समय तक नहीं चल पाएंगे। चुनाव की प्रक्रिया 10 मार्च को समाप्त हो जाएगी। जब 10 मार्च के बाद फिर से भाजपा की सरकार बनाएगी तब देखना, कैसे फिर से कानून का राज लागू करते हैं।
शिवपाल को बैठने के लिए कुर्सी भी नहीं
योगी ने शिवपाल सिंह यादव का जिक्र करते हुए भी अखिलेश को आड़े हाथों लिया। बोले, बेचारे शिवपाल जो प्रदेश में मंत्री थे, यहां जनसभा में उन्हें बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं मिली। मुझे हंसी आ रही थी। कहां, ये प्रदेशभर में हजारों लोगों के साथ घूमते थे। नेताजी के सिपहसलार कहलाते थे। आज बैठने के लिए इन्हें कुर्सी का हत्था मिलता है। अगर किसी की दुर्गती को देखना चाहते हैं तो शिवपाल सिंह यादव इसका जीता-जागता उदाहरण है।
नेताजी इनका नाम तक नहीं लेना चाहते
योगी ने कहा, नेताजी कल आए थे। वह बहुत होशियार हैं। वह जानते हैं कि करहल की जनता फैसला कर चुकी है कि भाजपा प्रत्याशी ही उनका नेता होगा… तो नेताजी ने कल यही कहा। ठीक है…. तुम लोग जो चाहो तय कर लोग। अपना विधायक चुन लो। दूसरे लोग पीछे से बार-बार बोल रहे हैं कि नाम ले लो और नेताजी पूछ रहे हैं यहां से लड़ कौन रहा है? अब ये दुर्गती हो गई है कि बाप बेटे का नाम न जान रहा हो। ये सपा की दुर्गती को प्रदर्शित करती है।