
हल्द्वानी : उत्तरााखंड के शांत स्वभाव और संयमित छवि वाले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी कभी-कभी गुस्सा आ जाता है। इसका उदाहरण गुरुवार को भुजियाघाट में आयोजित सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान देखने को मिला। कार्यक्रम में संबोधन देने के दौरान उन्हें एक ऐसा कागज थमा दिया गया, जिसमें उपस्थित अतिथियों के नाम लिखे थे, लेकिन उसमें भाजपा जिलाध्यक्ष का नाम गलत दर्ज था।
सीएम धामी उसी पर्चे के आधार पर लोगों के नाम संबोधित कर रहे थे। जब वे जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट का नाम लेने पहुंचे तो गलती से “प्रदीप बिष्ट” बोल गए। तुरंत ही उन्हें महसूस हुआ कि कागज में ही नाम गलत लिखा हुआ है। यह देखते ही उन्होंने गुस्से में वह पर्चा हवा में उछाल दिया और कहा—“ऐसे पर्चे का क्या फायदा जिसमें नाम ही गलत लिखा हो?”
पूरे घटनाक्रम की वजह यह थी कि संबोधन से पहले किसी ने एक पर्चे पर कार्यक्रम में मौजूद विशिष्ट व अतिविशिष्ट व्यक्तियों के नाम लिखकर विधायक भगत के हाथ में दे दिया था। बाद में वही पर्चा सांसद अजय भट्ट और फिर मुख्यमंत्री तक पहुंचा। सभी ने उसी पर्चे के आधार पर नाम पुकारे। लेकिन जिलाध्यक्ष के गलत नाम पर सीएम का ध्यान जाते ही स्थिति बदल गई। इसके बाद उन्होंने पर्चे को छोड़कर बिना किसी सूची के ही सभी लोगों के नाम संबोधित किए।
कागज में नाम किसने लिखे, यह स्पष्ट नहीं हो पाया, लेकिन सीएम द्वारा पर्चा हवा में उछालने की इस घटना को लेकर कार्यक्रम में मौजूद लोग अपनी-अपनी व्याख्याएँ करते रहे।











