लखनऊ । लखनऊ में 47/9 विधानसभा मार्ग पर दिलकुशा प्लाजा अपार्टमेंट के नीचे शिव मंदिर होने का दावा किया गया है। यह दावा मीता दास गजराज सिंह मंदिर एवं भक्ति भावना जनहित कार्य समिति द्वारा किया गया है।
भक्ति भावना जनहित कार्य समिति के पुजारी परिवार के यज्ञमणि दीक्षित ने बताया कि विधानसभा मार्ग में अम्बरगंज निवासी डाॅ. शाहिद हुसैन ने दिलकुशा प्लाजा अपार्टमेंट बनवाया है। इस अपार्टमेंट के नीचे शिव मंदिर बना हुआ है। यह मंदिर भगवान का है, हम पुश्तैनी पुजारी हैं।
यज्ञमणि ने बताया कि उनके पिता रामकृष्ण दीक्षित ने शिव मंदिर को बचाने के लिए एक समिति रजिस्टर करायी थी। उसका नाम मीता दास गजराज सिंह मंदिर एवं भक्ति भावना जनहित कार्य समिति था। इस समिति ने मंदिर को बचाने के लिए कैसरबाग थाना में 14 अगस्त सन् 1994 की तिथि में एफआईआर करायी थी।
उन्होंने आगे बताया कि कैसरबाग थाने में हुई एफआईआर में मंदिर पर कब्जा करने के दौरान अष्टधातु की राधा कृष्ण की मूर्ति, सोने के आभूषण और कई सामान चोरी होने की शिकायत हुई थी। तभी पूरे मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी। धीरे-धीरे पूरे मंदिर पर कब्जा हो गया था। पिता जी की लड़ाई को ही वह आगे बढ़ा रहे हैं।
वहीं समिति की तरफ से दावे में कहा गया है कि लखनऊ में सन 1885 में गजराज सिंह नामक एक समाजसेवी ने अपने जमीन पर शिव मंदिर बनवाया था। इसी जमीन पर राधा कृष्ण का मंदिर और एक बड़ा बरगद का पेड़ भी था। माला फूल की दुकानें हुआ करती थीं। मंदिर पर कब्जा करने के दौरान पेड़ काटा गया, जिस पर मजिस्ट्रेट ने रोक लगायी थी। इसके बावजूद पेड़ कटा, मंदिर हटाकर अपार्टमेंट बना दिया गया।