राज्यसभा के बाहर CISF तैनात, अंदर खरगे का पारा हाई! नड्डा बोले- ‘मुझसे ट्यूशन ले ले’

Rajya Sabha : संसद के मॉनसून सत्र में राज्यसभा में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के बीच बहस तब तेज हो गई जब खरगे ने सदन में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की तैनाती पर सवाल उठाया।

मल्लिकार्जुन खरगे ने सदन में सीआईएसएफ की तैनाती पर आपत्ति जताते हुए कहा, “क्या यह सदन अमित शाह चला रहे हैं या आप?” उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या विरोध प्रदर्शन करना विपक्ष का अधिकार नहीं है। खरगे ने आरोप लगाया कि सरकार पुलिस और सेना के दम पर सदन चलाना चाहती है।

जेपी नड्डा और उपसभापति का हस्तक्षेप

जब सदन में हंगामा नहीं रुका, तो सदन के नेता जेपी नड्डा ने हस्तक्षेप करते हुए विपक्ष की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “मैं 40 साल विपक्ष में बैठा हूं, मुझसे ट्यूशन ले लो कि सदन कैसे चलता है।” उन्होंने आगे कहा कि “जब सच्चाई सुनने की ताकत नहीं होती तो यही होता है” और कार्यवाही में बाधा डालना अलोकतांत्रिक है।

इस बीच, राज्यसभा के उपसभापति ने भी सदन में हुए नुकसान पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि इस सत्र में अब तक 41 घंटे 11 मिनट का समय हंगामे के कारण बर्बाद हो चुका है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विपक्ष द्वारा दिए गए 34 नोटिस नियमों के अनुरूप नहीं थे, इसलिए उन्हें खारिज कर दिया गया।

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