
अररिया। जिले में नरपतगंज थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई। पटना एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने थलहा नहर के पास घेराबंदी की। इस दौरान दोनों ओर से गोलीबारी हुई। एनकाउंटर में पूर्णिया तनिष्क लूटकांड का आरोपी और कुख्यात अपराधी चुनमुन झा को तीन गोलियां लगीं। उसे घायल अवस्था में अररिया सदर अस्पताल लाया गया और इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई। एक अन्य अपराधी को गोली लगी, जो मौके से फरार हो गया।
दोनों ओर से हुए एनकाउंटर में पांच पुलिसकर्मी गोली लगने से घायल हुए है। जिसकी पुष्टि अररिया एसपी अंजनी कुमार ने भी की।सूचना के बाद एसपी सदर अस्पताल पहुंचे और घायल पुलिसकर्मियों में एसटीएफ के पुलिस निरीक्षक मो.मुश्ताक,नरपतगंज थानाध्यक्ष कुमार विकास, एसटीएफ चालक नागेश, एसटीएफ के जवान शहाबुद्दीन अंसारी, एसटीएफ के दीपक कुमार से उनका हालचाल जाना और चिकित्सकों से भी बातचीत की। सभी घायल का इलाज अररिया सदर अस्पताल में किया जा रहा है।
पूर्णिया और आरा तनिष्क लूटकांड के आरोपी मजलिसपुर, पलासी निवासी चुनमुन झा कई लूटकांडों का मास्टरमाइंड है। पुलिस को सूचना मिली थी कि वह अपने गैंग के साथ नरपतगंज में छिपा है। इसे पकड़ने के लिए पटना एसटीएफ की टीम अररिया पहुंची। स्थानीय पुलिस के सहयोग से थलहा नहर के पास दबिश दी गई। अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई। चुनमुन झा के पैर और सीने में तीन गोलियां लगीं, जिससे वह अचेत होकर गिर पड़ा।
इस मुठभेड़ में नरपतगंज थानेदार कुमार विकास और एसटीएफ के जवान मो. मुश्ताक, शहाबुद्दीन घायल हुए। स्थानीय लोग मेहनाज प्रवीण और अजमुन खातून को भी चोटें आईं। एक अन्य अपराधी के पैर में गोली लगी, लेकिन वह फरार हो गया। अररिया पुलिस की ओर से एएसपी रामपुकार सिंह और फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा ने कमान संभाली।दोनों ओर से दर्जनों राउंड फायरिंग हुई।
इधर सदर अस्पताल में एनकाउंटर में घायल अपराधी चुनमुन झा की इलाज के दौरान मौत हो गई। सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर प्रदीप कुमार ने मौत की पुष्टि की है।उन्हें करीबन सात गोली लगी थी।