
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ मामले में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए एक बार फिर यू-टर्न लिया है। व्हाइट हाउस में किए गए एलान के अनुसार, उन्होंने स्पष्ट किया है कि चीन को कोई छूट नहीं दी गई है और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों पर 20 फीसदी टैरिफ लागू किया जाएगा। इसके अलावा, जल्द ही इन पर अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा भी की जाएगी।
चीन ने ट्रंप के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अपने वाणिज्य मंत्रालय के माध्यम से कहा कि “बाघ के गर्दन पर बंधी घंटी वही खोलेगा जिसने इसे बांधी है।” यह बयान चीन की ओर से अमेरिका के व्यापार नीतियों के प्रति एक तरह की चुनौती के रूप में देखा जा रहा है।
ट्रंप के इस बयान से पहले, अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा विभाग ने स्मार्टफोन, कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स को पारस्परिक टैरिफ से छूट देने की घोषणा की थी, लेकिन ट्रंप ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि किसी भी देश को, खासकर चीन को, किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी गई है।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा, “हमारे खिलाफ अनुचित व्यापार संतुलन और गैर-मौद्रिक टैरिफ बाधाओं के मामले में किसी भी देश को छूट नहीं दी गई है।” वह लगातार चीन को अमेरिका के लिए सबसे खराब व्यापारिक भागीदार मानते आए हैं।