
आखिर महाराष्ट्र से कैसे बहराइच की सीमा पर पहुँच आते है ये परदेशी ?
शनिवार को महाराष्ट्र से आ रहे 114 लोगो के कुनबे को जरवल पुलिस ने रोक कर मेडिकल परीक्षण के बाद छोडा तीन बच्चियों को भेजा गया मेडिकल कालेज बहराइच
अशोक सोनी
जरवल/बहराइच। शनिवार की सुबह आठ छोटी -बड़ी चार पहिया वाहनों से 114 लोग महाराष्ट्र से आने पर जब जरवल रोड की पुलिस ने घाघरा घाट पर रोका और पूछ-तांछ की तो पता चला कि ये लोग महाराष्ट्र के कई स्थानों से बचते बचाते हुए अपने घर गोण्डा,बलरामपुर,सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती के लिए जा रहे थे।
जिनसे शपथ पत्र भरवा कर छोड़ दिया गया।ये जरूर रहा कि जरवल रोड की पुलिस ने एक हाफ डाला नम्बर एम एच 02 ई आर 0375 को थाने पर रोक कर उसके ड्राइवर को चौदह दिन के लिए क्वॉरेंटाइन के लिए बसाहिया पाते 14 दिन के लिए भेज दिया गया है।के अलावा तीन बच्चियों को स्क्रीनिंग के बाद मेडिकल कालेज बहराइच भी भेजा गया कि सूचना जरवल सीएचसी के अधिक्षक डॉ निखिल ने इसकी पुष्टि की है। गाड़ियों की वाह चेकिंग के दौरान एसडीएम बाबू राम,सीओ जंग बहादुर यादव,एसओ जरवल रोड बृजेन्द्र पटेल भारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।अब सवाल ये उठता है कि लॉक डाउन के इतनी सख्ती के बावजूद भी बड़ी तादात मे महाराष्ट्र,दिल्ली,कानपुर,झांसी आदि बड़े महानगरों से लोग बड़ी तादात मे कैसे पहुँच रहे हैं ये बड़ा सवाल है जिस कारण सरकारी तंत्र की कार्यशैली पर बड़ा सवाल है इससे तो अब यूपी के ग्रामीण इलाकों में खतरे की घंटी बजना शुरू हो जावेगी जिसके लिए शासन प्रशासन को सतर्क रहने की जरूरत है।
*क्वॉरेंटाइन के लिए अब कहां जाएं लोग*
जानकारों की माने तो जरवल रोड थाने के बसाहिया पाते गाँव के एक बालिका इंटर कालेज मे बनवाया गया क्वारैनटाईन के लिए अब जगह फूल बताई जा रही है यही हाल फखरपुर थाने की भी है जिससे लोगो को कैसे क्वारिनटाइन किया जाए बड़ा सवाल भी उठ रहा है।










