भास्कर समाचार सेवा
अलीगढ़। राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के निर्माण कार्यों को देखने लोधा पहुॅचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्माण कार्यों की गति धीमी होने पर कार्यदायी संस्था एवं मॉनिटरिंग विभाग लोनिवि के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और समयबद्धता के लिए मण्डलायुक्त गौरव दयाल को निर्देशित किया कि वह निर्माण कार्यों पर निरन्तर पैनी निगाह बनाये रखने के साथ गुणवत्ता और समयबद्धता की जांच करने के लिए तीन सदस्यों वाली एक टीम गठित करें। उन्होंने जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य की देरी पर कार्यदायी संस्था पर सख्ती करें, ढील देने से कार्य पूरा नहीं होगा। जिलाधिकारी को आदेश दिया कि निर्माण कार्य का निरीक्षण करके प्रगति रिपोर्ट प्रत्येक सप्ताह शासन को भेंजे।
मुख्यमंत्री अपरान्ह लगभग 4ः10 बजे लोधा पहॅुचे। राज्य विश्वविद्यालय निर्माण स्थल पर पहुॅचते ही बैठक कर निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी ली। कार्यदायी संस्था द्वारा बताया कि 25 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। मुख्यमंत्री को जब पता चला कि 18 महीने के प्रोजेक्ट का 12 महीने में केवल 5-6 प्रतिशत कार्य किया गया है, तो उन्होंने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि इस हिसाब से तो आप को पूरा निर्माण करने में कई वर्ष लग जाएंगे। कार्यदायी संस्था को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि निर्माण कार्यों को तमाशा बना दिया गया है। उन्होंने कार्य में हो रही देरी के लिए पूछा कि आप एक वर्ष से क्या कर रहे थे। कार्यदायी संस्था की तरफ से कोई उचित जवाब प्राप्त नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये शासकीय धन का दुरूपयोग है। प्रोजेक्ट मैनेजर ईश्वर सिंह ने शेष कार्य 6 माह में पूरा करने को कहा तो मुख्यमंत्री ने कहा कि ये हेराफेरी अब नहीं चलेगी।
मुख्यमंत्री ने कमिश्नर गौरव दयाल को गुणवत्ता और समयबद्धता की जांच करने के लिए तीन सदस्यों वाली एक टीम बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने मण्डलायुक्त एवं पीडब्लूडी विभाग को आदेश दिया कि जॉच करने के बाद जवाबदेही तय कर सख्त कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि बिल्डिंग वर्टिकल बने, जिससे कम जगह को ज्यादा उपयोगी बनाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष में प्रवेश शुरू हो गए हैं। अगर आप चरणवार निर्माण करते तो कुछ बिल्डिंग तैयार हो जाती, जिससे पठन पाठन शुरू हो जाता। उन्होंने कहा कि ये पहला मौका है, जब कोई मुख्यमंत्री राज्य विश्वविद्यालय को सहयोग देने के लिए स्वयं चल कर आए हैं। उन्होंने जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह से कहा कि जनपद में चल रहे शासकीय कार्य को सही ढंग से पूर्ण कराने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन होती है। आपको किसी स्तर पर कोई कमी नजर आती है, तो तत्काल नोटिस भेंजे, अगर जरूरत पड़े तो कार्रवाई करें। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य की देरी पर कार्यदायी संस्था पर सख्ती करें, ढील देने से कार्य पूरा नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को आदेश दिया कि निर्माण कार्य की प्रगति रिपोर्ट प्रत्येक सप्ताह शासन को भेंजे। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय संचालित होने के स्थान के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित किया जब तक विश्वविद्यालय का निर्माण पूर्ण नहीं होता, सिंचाई विभाग में संचालित विश्वविद्यालय को अन्यत्र उचित स्थान पर संचालित कर नई शिक्षा नीति के तहत पठन-पाठन सुचारू रूप से कराए। मुख्यमंत्री ने पूर्व सांसद शीला गौतम के नाम पर विश्वविद्यालय में एक भवन का निर्माण करने का आदेश दिया। उन्होंने उस भवन में शीला गौतम की मूर्ति लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग से व्यय धन के मूल्यांकन के साथ निर्माण कार्य में प्रयुक्त हो रही सामग्री की गुणवत्ता के बारे भी पूछा। उन्होंने चेतावनी दी कि एस्टीमेट रिवाइज की परम्परा को समाप्त किया जाए। जनता का पैसा वह यूं ही व्यर्थ नहीं जाने देंगे। उन्होंने कहा कि विकास एवं निर्माण कार्यों पर लापरवाही सिद्ध होती है तो सक्षम अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। बैठक के उपरांत माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य को देखा गया। उन्होंने लाइब्रेरी के लिए बन रही बिल्डिगं का निरीक्षण किया। लाइब्रेरी की बिल्डिंग का कार्य बहुत धीमी गति से होने के कारण और कार्य को गंभीरता से न लेने के कारण कड़ी नाराजगी व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने गर्ल्स हॉस्टल के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्य को गंभीरता से लें। मंडलायुक्त गौरव दयाल से ऑडिटोरियम के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सभी कार्य को देखकर कहा कि कार्य बहुत ही धीमी गति से हो उन्होंने कहा कि कार्य में गति दी जाए। इस अवसर पर बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वंत्रत प्रभार) सन्दीप सिंह, राजस्व राज्य मंत्री अनूप प्रधान, सांसद सतीश गौतम, सांसद राजवीर दिलेर, आरपी सिंह, विधायक ठा0 जयवीर सिंह, राजकुमार सहयोगी, एमएलसी डॉ मानवेन्द्र प्रताप सिंह, चौधरी ऋषिपाल सिंह, कमिश्नर गौरव दयाल, जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह, उप कुलपति चन्द्रशेखर, कार्यदायी संस्था के अधिकारियों एवं इंजीनियर सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
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