मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को अधिकारियों के साथ आईटीओ स्थित छठ घाट का निरीक्षण किया और वहां चल रही तैयारियों का जायज़ा लिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली में छठ महापर्व की तैयारियों में कोई कमी न रहे, इस दिशा में दिल्ली सरकार के सभी मंत्री, विधायक और विभाग शहर भर में छठ घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं। छठ का त्यौहार पूर्वांचली भाइयों-बहनों के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है। छठी मइया के साथ पूर्वांचली भाइयों-बहनों के साथ-साथ सभी दिल्लीवालों की आस्था भी जुड़ी हुई है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में जब से अरविंद केजरीवाल की सरकार बनी है, तब से दिल्ली में छठ महापर्व को जो सम्मान दिया गया है, वो पहले किसी सरकार ने नहीं दिया। 2014 तक पूरी दिल्ली में मात्र 60 जगहों पर दिल्ली सरकार द्वारा छठ घाटों का निर्माण होता था। अब अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में दिल्ली भर में 1000 से ज़्यादा स्थानों पर दिल्ली सरकार द्वारा शानदार छठ घाट बनाये जाते हैं। जहां पूरा इंतजाम दिल्ली सरकार द्वारा देखा जाता है। आतिशी ने कहा, “आज मैं आईटीओ स्थित इस छठ घाट पर तैयारियों का निरीक्षण करने आई हूं। ये छठ घाट दिल्ली के सबसे महत्वपूर्ण छठ घाटों में से एक है, जहां लाखों श्रद्धालु छठी मइया की पूजा के लिए आते हैं। उन्होंने ने कहा कि इस क्रम में सारे विधायक और मंत्री भी लगातार सभी छठ घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं। हम उम्मीद करते है कि छठी मइया का आशीर्वाद सभी दिल्ली वालों पर बना रहे।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार द्वारा शहर भर में 1000 से ज़्यादा घाट तैयार किए गए हैं ताकि दिल्ली में किसी भी व्यक्ति को छठ का त्योहार मनाने के लिए अपने घर से दूर न जाना पड़े। इन घाटों पर तालाब बनाने से लेकर यहां टेंट, लाइट्स, साफ़-सफ़ाई और सुरक्षा आदि आवश्यक इंतज़ाम दिल्ली सरकार द्वारा किया जा रहा है।
साथ ही बहुत से घाटों पर मैथिली-भोजपुरी अकादमी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा। ताकि श्रद्धालु ख़ुशी, सुकून और उल्लास के साथ आस्था के महापर्व छठ को मना सकें। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि तेजी के साथ सभी छठ घाट तैयार किए जाएं ताकि आख़िरी दिन के लिए कोई काम न बचे और श्रद्धालुओं को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।