
भारतीय क्रिकेट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने रविवार, 24 अगस्त को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। पुजारा ने सोशल मीडिया पर एक भावनात्मक पोस्ट साझा करते हुए अपने इस फैसले की जानकारी दी।
उन्होंने लिखा,
“भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और हर बार मैदान पर देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करना — यह सब मेरे लिए एक सपना था, जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। लेकिन जैसा कि कहा जाता है, हर अच्छी चीज का एक अंत होता है। मैंने भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का निर्णय लिया है।”
राजकोट से टीम इंडिया तक का सफर
राजकोट के एक छोटे से कस्बे से क्रिकेट का सफर शुरू करने वाले पुजारा ने अपने पोस्ट में अपने बचपन की यादों को भी साझा किया। उन्होंने लिखा,
“मैंने एक छोटे से लड़के के रूप में सितारों तक पहुंचने का सपना देखा था। तब यह नहीं जानता था कि यह खेल मुझे इतना कुछ देगा – बेहतरीन मौके, अनुभव, उद्देश्य, प्यार और सबसे बढ़कर भारत का प्रतिनिधित्व करने का गौरव।”
बीसीसीआई, सौराष्ट्र और प्रशंसकों का जताया आभार
पुजारा ने बीसीसीआई, सौराष्ट्र क्रिकेट संघ और उन सभी टीमों का धन्यवाद किया जिनके लिए उन्होंने खेला। उन्होंने कोचों, सहयोगियों और प्रशंसकों को भी याद करते हुए कहा कि उनका समर्थन हमेशा उनके साथ रहा।
“मैं दुनियाभर में खेला और हर जगह फैंस का जबरदस्त समर्थन मिला। यह प्यार हमेशा मेरे दिल में रहेगा।”
परिवार को समर्पित की सफलता
उन्होंने अपने परिवार का विशेष रूप से जिक्र किया और कहा,
“मेरे माता-पिता, पत्नी पूजा, बेटी अदिति और पूरे परिवार का योगदान मेरे इस सफर में सबसे अहम रहा। उनके बिना यह सब संभव नहीं था।”
चेतेश्वर पुजारा का अंतर्राष्ट्रीय करियर
37 वर्षीय पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट और 5 वनडे मुकाबले खेले।
- टेस्ट में उन्होंने 176 पारियों में 7195 रन बनाए, जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं।
- वनडे में उनका योगदान सीमित रहा, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वह टीम इंडिया की ‘दीवार’ के रूप में जाने गए।
पुजारा काफी समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे थे, लेकिन उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। अब वह अपने जीवन के अगले अध्याय की ओर बढ़ रहे हैं।