
उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं को स्थगित करने का बड़ा कदम उठाया है। यह निर्णय सुरक्षा कारणों के मद्देनजर लिया गया है, खासकर भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं अगले आदेश तक बंद रहेंगी।
भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव का असर
भारत और पाकिस्तान के बीच हालात दिन पर दिन तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। हाल ही में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया था, जिसमें 9 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूत कर दिया गया। इसके बाद से पाकिस्तान ने लगातार भारत पर हमले की नाकाम कोशिशें की हैं, जिसमें ड्रोन और मिसाइल हमलों की कई बार प्रयास किया गया। हालांकि, भारतीय सुरक्षाबल हर हमले को नाकाम करने में सफल रहे हैं।
उत्तराखंड सरकार का सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कदम
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा की सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए हैं। सरकार ने यह फैसला लिया है कि यात्रा मार्ग पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा और चारों धामों की यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं फिलहाल स्थगित कर दी जाएंगी। यह कदम श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए उठाया गया है।
चारधाम यात्रा की शुरुआत और श्रद्धालुओं की संख्या
इस वर्ष चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया से हुई थी, जब गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खोले गए थे। इसके बाद 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बद्रीनाथ के कपाट भी खोल दिए गए। केवल 9 दिनों में 4 लाख से अधिक श्रद्धालु चार धामों के दर्शन कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा की व्यवस्थाओं को सुचारू, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यात्रा को लेकर किए गए इंतजामों का ही परिणाम है कि इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के यात्रा कर पा रहे हैं।
सुरक्षा इंतजामों का विस्तार
उत्तराखंड पुलिस ने यात्रा मार्गों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया है और यात्रा के मार्गों पर चेकपोस्ट भी लगाए गए हैं। इसके अलावा, प्रत्येक श्रद्धालु के लिए यात्रा के दौरान मेडिकल सुविधाओं का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता दी जा सके।