
Rajasthan : राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के टिब्बी क्षेत्र में 450 करोड़ रुपये की लागत से बन रही निजी इथेनॉल फैक्ट्री के खिलाफ किसानों का विरोध हिंसक हो गया है। पिछले एक साल से अधिक समय से चल रहे इस विरोध के बीच आज महापंचायत में भारी तनाव देखने को मिला।
प्रदर्शनकारियों ने फैक्ट्री परिसर में घुसकर तोड़फोड़ की, करीब 10 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया, साथ ही तीन बुलडोजर क्षतिग्रस्त कर दिए। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भीड़ पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस झड़प में कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया समेत कई लोग घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हनुमानगढ़ के महात्मा गांधी मेमोरियल जिला अस्पताल भेजा गया।
इथेनॉल प्लांट के खिलाफ हैं किसान
किसानों का आरोप है कि इथेनॉल प्लांट से वायु प्रदूषण बढ़ेगा, भूजल जहरीला हो जाएगा और उनकी खेती की जमीन बंजर हो जाएगी। इन चिंताओं के कारण वे इस फैक्ट्री का विरोध कर रहे हैं और इसे किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट करने की मांग कर रहे हैं। महापंचायत में शामिल नेताओं में श्रीगंगानगर सांसद कुलदीप इंदौरा, पूर्व विधायक बलवान पूनिया, CPI(M) नेता मंगेज चौधरी और हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर तथा पंजाब के कई किसान संगठनों के नेता शामिल थे। जब प्रदर्शनकारियों ने फैक्ट्री की दीवार तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश की, तो पुलिस से उनकी भिड़ंत हो गई।
प्रशासन ने क्षेत्र में शांति व्यवस्था के हित में 18 नवंबर से टिब्बी में धारा 144 लागू कर दी है। हिंसा के बाद पूरे इलाके में कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लागू किए गए हैं, बाजार बंद कर दिए गए हैं और इंटरनेट सेवा भी निलंबित कर दी गई है। पुलिस की कार्रवाई और हिंसक प्रदर्शन के कारण इलाके में तनाव व्याप्त है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस की कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है और भाजपा सरकार से सवाल किया कि वह किसानों से इतनी नफरत क्यों करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के संघर्ष में उनका साथ देगी।
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