गाजियाबाद। जब प्रबंधन की पढाई के बाद छात्र अपने कैरियर बनाने के लिए जाॅब करता है तो उसे विभिन्न चुनौतियो का सामना करना पडता है। जब तक चुनौतियां नही होगी तब तक हम कैरियर बनाने में कामयाब नही हो सकते । इसलिए हमेशा चुनौतियो को एक मिशन के रूप में लेना चाहिए। यह विचार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने व्यक्त किये। वह आज शाम राजनगर स्थित इंस्टीटयूट आॅफ मैनेजमेंट टैक्नोलोजी परिसर में पीजीडीएम डिग्री के दीक्षान्त समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होने कहा कि यदि जीवन में चुनौतियां न हो तो हमारा जीवन नीरस बन जायेगा। चुनौतियां ही मनुष्य को सोने की तरह चमकाती है। जो लोग चुनौतियो से डर जाते है उनका जीवन नरक बन जाता है।
उन्होने पीजीडीएम की डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रो को शुभ कामनाये देते हुए कहा कि अब उन्हे अपने कैरियर के माध्यम से देश और उधोग जगत की सेवा करना है। छात्र जीवन के बाद अब उन्हे नई जिन्दगी शुरू करना है। इस मौके पर पीजीडीएम के 762 छात्रो को कमलनाथ ने डिग्री देकर उन्हे प्रबध्ंान के क्षेत्र में नये आयाम बनाने के लिए शुभ कामनाये दी। इसीक्रम में देश के नामी उधोग समूह टाटा सन्स की चेयरमेन नटराजन चन्द्र शेखरन ने डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रो को सफतला के चार सूत्रो का मंत्र भी दिया। उन्होने कहा कि देश और विदेश के उधोग एवं व्यापार में सफल होने के लिए चार सूत्रीय मुददो को ध्यान रखना चाहिए।
जिनमें एटीटयूट ,माइन्डसेट प्रेशर और स्टरेस शामिल है। उन्होने कहा कि अपने क्षेत्र में सफल होने के लिए इन चारो सूत्रो पर नियंत्रण रखना बहुत जरूरी है। नटराजन ने कहा कि भारत का टाटा उधोग समूह देश और विदेश में इन चार सूत्रो की बदोलत ही अपने पहचान रखता है। इस समूह का हर मेनेजर इन चारो सूत्रो के सिद्वान्त पर अपने मिशन पर कार्य करता है। यही कारण है कि टाटा समूह भारत ही नही बल्कि विदेश में भी अपनी सफलता का ड।का बजा रहा है। इस मौके पर आईएमटी के निदेशक आशीष भटटाचार्य ने सभी आगन्तुको का आभार और डिग्री प्राप्त करने वाले छात्रो को शुभकामनाये दी।















