चकराता: मजाक बनकर रह गया तहसील दिवस, नहीं पहुंचा एक भी फरियादी

चकराता/विकासनगर। तहसील दिवस के अवसर पर इस बार चकराता में निराशाजनक सन्नाटा पसरा रहा। जहां आमतौर पर इस दिन पर लोगों की समस्याओं की सुनवाई और समाधान के लिए शिकायतें दर्ज की जाती हैं, वहीं इस बार एक भी शिकायतकर्ता तहसील दिवस पर अपनी समस्या लेकर नहीं पहुंचा।

प्रशासन द्वारा आयोजित इस बैठक में शिकायतकर्ताओं की अनुपस्थिति ने अधिकारियों को हैरान कर दिया है। तहसील दिवस का मुख्य उद्देश्य जनता की समस्याओं को सुनकर उनका त्वरित और प्रभावी समाधान करना है। इस बार की स्थिति ने न सिर्फ प्रशासन को चिंतन में डाल दिया है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा कर दिया है कि क्या लोग प्रशासनिक व्यवस्थाओं से संतुष्ट नहीं हैं,

या फिर वे इस प्रयास पर भरोसा नहीं कर रहे हैं। तहसील दिवस पर तहसीलदार दया राम, नरेंद्र रावत पीएमजीएसवाई, मुकुल सिंह ट्रांसपोर्ट डिपार्मेंट, सोहन सिंह पीएमजीएसवाई कालसी, अश्वनी कुमार विद्युत विभाग चकराता, सुनीता रतूड़ी खंड शिक्षा चकराता, नेहा जायसवाल बाल विकास, मित्ती लाल कृषि विभाग आदि अधिकारी मौजूद रहे। वहीं त्यूनी में तहसील दिवस पर दो शिकायत दर्ज की गईं, जिसमें से एक का मौके पर निस्तारण किया गया। विकासनगर तहसील में कुल साथ शिकायत दर्ज की गई। एसडीम विनोद कुमार ने 15 दिन के भीतर जल्द ही शिकायतों का निस्तारण करने के निर्देश दिए।

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