लखनऊ। नवरात्री में मां दुर्गें की खूब धूम धाम से पूजा-पाठ की जाती है। बता दे कि दुर्गा मां शेर के अलावा हाथी, घोड़ा, नाव और पालकी में सवारी करती हैं। सप्ताह के अलग दिनों में मां दुर्गा अलग अलग सवारी करती हैं। इस बार नवरात्रि 2 अप्रैल, शनिवार से शुरू हो रहे हैं। दिन और तिथि के अनुसार मां दुर्गा अपने वाहन मैं बैठकर पधारेंगी। वहीं, इस बार नौ दिन की नवरात्रि है।
चैत्र माह के साथ हिन्दु धर्म के नए साल की शुरुआत होती है। चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवरात्रि की शुरुआत होती है। इस बार 2 अप्रैल से मां दुर्गा को समर्पित नवरात्रि शुरू हो रहे हैं, जो कि 10 अप्रैल तक चलेंगे। इस दौरान अलग अलग दिनों में मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। इसके लिए महिलाएं मां दुर्गा के स्वागत की तैयारियों को अंतिम रूप दे रही हैं। बता दें कि इस बार मां दुर्गा शनिवार को घोड़े के सवारी पर पधारेंगी। वहीं, नवमी यानि रविवार को भैंसे पर बैठकर प्रस्थान करेंगी।
घोड़े पर विराजेंगी माता रानी
इस बार मां दुर्गा शनिवार को घोड़े पर बैठकर विराजेंगी। घोड़ा युद्ध का संकेत देता है। इसका मतलब आने वाले सत्ता और सियासत वाला रहेगा। वहीं, भैसे पर सवार को होकर प्रस्थान करेंगी। जिसका मतलब है दुख, संकट और रोगों को अपने साथ लेकर जाएंगी
जानिए सवारी का महत्व
हिन्दू धर्म के नव वर्ष की शुरुआत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से होती है। मां दुर्गा की सवारी ये बताती है कि आने वाला वर्ष हम सभी के लिए कैसी होगा। मां दुर्गा हर सवारी अलग अलग संकेत देती है। हाथी की सवारी सुख, ऐश्वर्य और समृद्धि का संकेत देती है। वहीं, नाव की सवारी भी शुभ संकेत देती है।
जाने कब पड़ रहा है सर्वसिद्ध योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर किसी के लिए सर्वार्थ सिद्धि योग को बेहद शुभ माना गया है। इस साल नवरात्रि के 9 दिनों में से 6 दिन यह शुभ योग बन रहा है। नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि के अलावा 3, 5, 6, 9 और 10 अप्रैल को भी सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा।