
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि सामाजिक न्याय के राज की स्थापना हो, इसके लिए सरकार ने जातीय जनगणना का फैसला लिया है। भाजपा सरकार हम लोगों के दबाव पर यह फैसला लेने पर मजबूर हुई है। पीडीए की लड़ाई के लिए महत्वपूर्ण निर्णय हुआ है। भाजपा सरकार अपनी चुनावी धांधली को जातीय जनगणना से दूर रखे। एक ईमानदार जनगणना ही लोगों को न्याय दिलायेगी। संविधान के आगे मन विधान नहीं चल सकता है। मेरा मानना है कि ये इंडिया की जीत हुई है।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर अखिलेश यादव ने दूसरे राजनीतिक दलों से आये नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई और कहा कि समाजवादी पार्टी में जुड़ रहे साथियों का पार्टी में स्वागत करता हूं। उनके साथ आये हुए लोगों का भी स्वागत करते हैं। पुराने साथी पूर्व मंत्री मूलचंद्र चौहान का भी स्वागत है। जिस समय मैं बिजनौर में प्रदर्शन करने गया था, उस वक्त मूलचंद्र ही समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष थे। संतोष तिवारी के सपा में आने से गोरखपुर, कुशीनगर बेल्ट मजबूत होगा। मेरठ के साथी और इसी तरह राजा का भी स्वागत है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने मजदूर दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि श्रमिक दिवस की बधाई देता हूं। आज श्रमिकों की परिभाषा बड़ी हो गयी है। प्रदेश में रोजगार नहीं है। इसलिए चालक एवं डिलवरी ब्वाय भी इस श्रेणी में आये हैं। श्रमिकों की कुछ समस्याएं भी हैं। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि आज इस सरकार में मजदूरी में कमीशन देना पड़ रहा है। मजदूरी समय पर नहीं मिल रही है। मजदूर को काम के लिए विकल्प तलाशना पड़ रहा है। श्रमिकों के पास तमाम समस्याएं हैं, जिसकी गिनती नहीं है। आज देखा जाये तो श्रमिकों में सबसे ज्यादा पीडीए परिवार के लोग हैं।