
महाराष्ट्र। रत्नागिरी जिले के राजापुर में एक विवादित घटना के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है, जिसमें कुछ लोग एक मस्जिद के गेट को पेड़ के तने से धकेलने की कोशिश करते हुए नजर आए थे। यह घटना स्थानीय होली उत्सव, जिसे शिमगा जुलूस के रूप में जाना जाता है, के दौरान हुई। पुलिस ने नारेबाजी और अवैध भीड़ जुटाने के लिए कार्यवाही की है।
जानकारी के अनुसार, यह शिमगा जुलूस हर साल राजापुर से शुरू होकर धोपेश्वर मंदिर तक जाता है। जुलूस के दौरान एक लंबे लकड़ी के तने, जिसे “मदाची मिरवणूक” कहा जाता है, का इस्तेमाल किया जाता है, और यह जुलूस मस्जिद के पास से गुजरता है। पारंपरिक रूप से, ये तना मस्जिद की सीढ़ियों पर रखा जाता है।
हालांकि, इस वर्ष कुछ स्थानीय लोगों ने मस्जिद के गेट को धकेलने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप विवाद उत्पन्न हुआ और नारेबाजी शुरू हो गई। स्थानीय पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया और आगे की कार्रवाई की।
कुडाल के विधायक और शिवसेना नेता निलेश राणे ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि इस वर्ष मस्जिद का गेट बंद था, जिससे तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई। उन्होंने यह भी जोड़ा कि मीडिया और कुछ राजनेता स्थिति को बढ़ाचढ़ाकर पेश कर रहे हैं, जबकि रत्नागिरी में सामान्य स्थिति बनी हुई है।
यह घटना सामाजिक सौहार्द और सामुदायिक संबंधों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है, इसलिए स्थानीय प्रशासन की भूमिका महत्वपूर्ण है ताकि सभी समुदायों के बीच शांति और सहयोग को बनाए रखा जा सके।