मेरे ऊपर केस पर केस लादा जा रहा…! RJD से किनारा कर विधायक रीतलाल यादव ने कोर्ट से कहा- ‘मुझे इच्छा मृत्यु दीजिए’

RJD MLA Ritlal Yadav News : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बाहुबली विधायक रीतलाल यादव इन दिनों मुश्किलों में घिरे नजर आ रहे हैं। उन्हें भागलपुर जेल से पटना सिविल कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था, जहां उन्होंने जज के सामने इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई। उनका आरोप है कि उन पर लगातार नए मुकदमे लादे जा रहे हैं और उनकी अपनी पार्टी, राजद ने भी उनसे किनारा कर लिया है।

लालू-तेजस्वी ने साधा किनारा, चुनावी समीकरण पर नजर

रीतलाल यादव की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ लगे आरोपों को देखते हुए राजद सुप्रीमो लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव दोनों ने चुप्पी साध रखी है। माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए पार्टी कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाना चाहती जिससे उसकी छवि खराब हो। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि आपराधिक मामलों में जेल में बंद विधायक का समर्थन करना चुनाव के समय पार्टी के लिए घाटे का सौदा हो सकता है, इसलिए पार्टी ने उनसे दूरी बना ली है। रीतलाल यादव को एक बिल्डर से ₹50 लाख की रंगदारी मांगने के आरोप में दानापुर कोर्ट में सरेंडर करने के बाद बेऊर जेल में रखा गया था, जिसके बाद उन्हें भागलपुर जेल भेज दिया गया।

जेल में हत्या की आशंका, पत्नी ने भी जताई चिंता

रीतलाल यादव ने खुद भी जेल में अपनी हत्या की आशंका जताई है और खुद को वापस बेऊर जेल में रखने के लिए आवेदन दिया है। इससे पहले, 2 जुलाई को उनकी पत्नी रिंकू देवी ने विधानसभा अध्यक्ष से मिलकर यही चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि एक पुलिस अधिकारी रीतलाल की हत्या की साजिश रच रहा है और यदि उन्होंने नाम लिया तो उन्हें और उनके बच्चों को भी खतरा हो सकता है। रिंकू देवी का यह भी आरोप है कि विधायक को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है और उन्हें समुचित इलाज नहीं मिल रहा है।

परिवार और पार्टी से समर्थन का अभाव

रीतलाल यादव की गिरफ्तारी के बाद से राजद का कोई भी नेता उनसे मिलने जेल नहीं गया है, न ही पार्टी ने उनके बचाव में कोई बयान जारी किया है। परिजनों के लिए भी भागलपुर जेल में उनसे नियमित मुलाकात करना कठिन हो गया है, क्योंकि पटना से भागलपुर की दूरी करीब 247 किलोमीटर है, जिसके लिए हर पेशी पर उन्हें लगभग 500 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है। पुलिस का कहना है कि उन्हें भागलपुर भेजने का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि उनके समर्थक उनसे संपर्क न कर सकें और जेल से कोई आपराधिक गतिविधि संचालित न हो।

पत्नी की नौकरी पर खतरा

विधायक की पत्नी रिंकू कुमारी, जो एक सरकारी स्कूल में नियोजित शिक्षिका हैं, की नौकरी पर भी खतरा मंडरा रहा है। पुलिस मुख्यालय ने शिक्षा विभाग को उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है, क्योंकि जांच में पता चला है कि वे 2017 से एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में बिजनेस पार्टनर हैं, जो नियमों का उल्लंघन है। इसके अलावा, पुलिस ने रीतलाल के चार करीबी समर्थकों के खिलाफ भी कार्रवाई तेज कर दी है। प्रशासन अब PMLA एक्ट के तहत रीतलाल यादव और उनके भाई पिंकू यादव की अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति जब्त करने की तैयारी में है। अब तक पटना पुलिस को 100 से अधिक फ्लैट्स और जमीन के प्लॉट्स का पता चला है, जो कथित तौर पर गलत तरीके से खरीदे गए हैं। राज्य के बाहर की संपत्तियों की भी जांच की जा रही है।

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