
नई दिल्ली : आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए कनाडा का स्थायी निवासी और एजेंट गुरमृतपाल सिंह मल्टानी उर्फ पाली (54 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। वह लंबे समय से नकली दस्तावेज़ों के जरिए लोगों को विदेश भेजने का काम कर रहा था।
एजेंट पहले खुद को राष्ट्रीय स्तर का कबड्डी खिलाड़ी बताता था। 1995 में वह कनाडा चला गया और 1999 में उसे वहाँ स्थायी निवास मिला। इसके बाद उसने अवैध तरीके से भारतीय यात्रियों को विदेश भेजना शुरू कर दिया।
जांच में पता चला कि 2019 में उसने यात्रियों से लाखों रुपये लेकर फर्जी कंटीन्युअस डिस्चार्ज सर्टिफिकेट (CDC) बनवाए थे, जिसके चलते कई लोग विदेश से डिपोर्ट हो गए।
लंबे समय से वांछित चल रहे इस एजेंट को पुलिस ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि वह कई मामलों में पहले भी शामिल रहा है और लगातार फर्जी दस्तावेज़ों के जरिए विदेश जाने का धंधा करता रहा।
आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने बताया कि केवल सितंबर 2025 में ही 52 लोगों को फर्जी वीज़ा और पासपोर्ट मामलों में पकड़ा गया।