
जयपुर। राजस्थान की राजनीति में सोमवार को तब हलचल मच गई जब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अचानक दिल्ली पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री कार्यालय ने इसे दिवाली के बाद की शिष्टाचार भेंट बताया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसे मंत्रिमंडल फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों से जोड़कर देखा जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच राज्य सरकार के कामकाज, संगठनात्मक संतुलन और आगामी नियुक्तियों को लेकर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री शर्मा ने प्रधानमंत्री को राज्य की प्रमुख योजनाओं, विकास कार्यों और 10 दिसंबर को होने वाले पहले राजस्थानी प्रवासी दिवस की जानकारी भी दी और उन्हें कार्यक्रम में आमंत्रित किया।
भजनलाल सरकार 15 दिसंबर को अपने दो वर्ष का कार्यकाल पूरा करने जा रही है। वर्तमान में मंत्रिपरिषद में 24 मंत्री हैं जबकि छह पद रिक्त हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार या फेरबदल संभव है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी भेंट की। उन्होंने ‘विकसित राजस्थान-2047’ के संकल्प को साकार करने के लिए चल रहे प्रयासों की जानकारी दी।
यह तीन महीने में सीएम शर्मा और पीएम मोदी की तीसरी मुलाकात है। इससे पहले जुलाई और सितंबर में भी दोनों की भेंट हो चुकी है। लगातार हो रही इन बैठकों को लेकर राजस्थान की सियासत में नए समीकरणों के संकेत माने जा रहे हैं।















