शिवलिंग पर चला बुलडोजर, क्षतिग्रस्त होने पर धार्मिक संगठनों में आक्रोश

झांसी। बुधवार को समथर नगर पालिका की हालिया कार्यवाही को लेकर क्षेत्र में चर्चा का माहौल गर्म है। चौपड़ बाजार निवासी शारदा ने अपने पूर्वजों की बर्षों से खाली पड़ी भूमि पर भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग की पुनः प्राण प्रतिष्ठा की थी। लेकिन जब इसकी जानकारी नगर पालिका अधिकारियों को मिली, तो उन्होंने तत्काल कर्मचारियों और पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर बुलडोजर की सहायता से शिवलिंग को हटवा दिया।

इस प्रक्रिया में शिवलिंग क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे धार्मिक संगठनों में भारी आक्रोश फैल गया। हालांकि एसडीएम और सीओ ने पहुंचकर मामला काबू में किया, एसडीएम ने कार्यवाही की बात कही है, वे कार्यवाही के लिए जिम्मेदार ढूंढ रहे हैं।

शिवलिंग के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिलते ही बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने नगर पालिका की इस कार्रवाई का विरोध किया। कार्यकर्ताओं ने इसे आस्था पर प्रहार बताते हुए नगर प्रशासन की निंदा की और उचित कार्रवाई की मांग की है।

क्या है पूरा मामला?

समथर नगर के चोपड़ा बाजार मोहल्ला निवासी शारदा ने बताया कि “उसकी बुआ की जमीन में कुआं और शिवलिंग स्थित है। कुआं क्षतिग्रस्त हो गया, जिस जमीन को नगर पंचायत ने अपना बात कर कब्जा कर लिया, मुकदमा न्यायालय में भी चल रहा है।”

शारदा का कहना है कि “उक्त जमीन पर नगर पंचायत की टीम ने कार्यवाही कर दी। इसके बाद उसने मोहल्ले के अन्य लोगों की मर्जी से शिवलिंग की स्थापना करवाई। बुधवार को नगर पालिका की टीम पुलिस के साथ बुलडोजर मशीन लेकर आई और नव स्थापित शिवलिंग तोड़ डाली‌। बुरी तरह से मशीन में रख कर ले गए।”

धार्मिक संगठनों ने दी आंदोलन की चेतावनी

घटना के बाद हिंदू संगठनों में आक्रोश व्याप्त है। बजरंग दल के जिला सहसंयोजक पारस व्यास का कहना है कि “नगर पालिका की जेसीबी से शिवलिंग क्षतिग्रस्त होने का वीडियो वायरस होते ही उन्हें सूचना मिली। जिसमें गलत तरीके से शिवलिंग को क्षति पहुंचाई जा रही है। बताया कि उन्होंने तत्काल अधिकारियों से बात की, कार्यवाही का आश्वासन मिला।” पारस बोले- “अगर इस मामले में जिम्मेदार कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं होती है तो बड़ा आंदोलन होगा।”

हाथों से उठाकर जेसीबी में रखी शिवलिंग

इस घटना से संबंधित एक वीडियो में देखा जा रहा है कि नगर पालिका के कर्मचारी बड़ी ही सूझबूझ और संभल कर शिवलिंग को उठा रहे हैं। इससे साफ होता है कि अतिक्रमण हटाने गई टीम, शिवलिंग को सुरक्षित रखने के लिए गंभीर थी। हालांकि, दूसरे ही वीडियो में बुलडोजर मशीन में फंसी हुई शिवलिंग भी देखी जा सकती है।

जिम्मेदार चिन्हित कर रहे एसडीएम

घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम प्रदीप कुमार सिंह पुलिस क्षेत्राधिकारी देवेंद्र नाथ मिश्र भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों से बातचीत का मामला काबू में किया।

एसडीएम प्रदीप कुमार सिंह ने कहा- “नगर पालिका की जमीन पर दुकानों का निर्माण किया जाना था। वहां होली की छुट्टियों के दौरान किसी व्यक्ति ने शिवलिंग स्थापित कर ली थी। जिसे नगर पंचायत की टीम ने हटाया, जिसको लेकर लोगों में रोष व्याप्त था। इस प्रक्रिया में जो भी त्रुटि हुई है, उसमें उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी।”

हालांकि, अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला बुधवार देर शाम शांत हो गया। हिंदू संगठन कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर एसडीएम भी रिपोर्ट तैयार कर चुके हैं। अब देखना होगा पूरे मामले का जिम्मेदार किसे ठहराया जाता है और किसके ऊपर प्रशासनिक कार्यवाही की गाज गिरती है?

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

मुखवा में पीएम मोदी ने की गंगा पूजा अंसल एपीआई पर कार्रवाई : पिता – पुत्र समेत 5 पर मुकदमा दर्ज ट्रंप ने भारत , चीन समेत देशों पर उच्च शुल्क लगाने का किया ऐलान परिजनों ने कहा – सचिन तो सिर्फ मोहरा , कत्ल के पीछे कोई ओर रूम पर चलो नहीं तो नौकरी छोड़ : नर्सिंग ऑफिसर की पिटाई