राजस्थान में जोधपुर के बनाड़ थाना क्षेत्र में एक अजीब मामला सामने आया। भैंस बनाड़ थाने में बंद रही, मगर मालिक ने कहा कि यह भैंस उसकी है। पुलिस ने विश्वास के लिए भैंस के बच्चो को थाने बुलाया और दूध पिलाने के लिए मालिक को कहा। जब भैंस के बच्चों ने दूध पीया तो पुलिस को विश्वास हुआ। हालांकि इस बारे में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है, बाद में भैंस को उसके मालिक के सुपुर्द कर दिया गया। घटना 30 नवंबर की है। अब यह मामला सामने आया है।
बनाड़ थाना के एएसआई सुभाष विश्नोई ने बताया कि 30 नवंबर को वे बनाड़ हाईवे पर रात को टीम के साथ गश्त कर रहे थे। इस दौरान मोहम्मद शरीफ तीन भैंसों को गाड़ी में ले जाता हुआ दिखाई दिया। पुलिस को शक होने पर उसे रोककर इन भैंसों के बारे में पूछा लेकिन वह जवाब नहीं दे पाया। इस पर टीम तीनों भैंसों को थाने लेकर आ गई और वहां बांध दिया। मोहम्मद शरीफ को अगले दिन नाम, पते और अन्य डॉक्युमेंट लेकर अगले दिन थाने में बुलाया। दोपहर तक जब कोई नहीं आया तो पुलिस ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया। इस वीडियो में पुलिस ने बताया कि थाने में ये तीन भैंस बंधी हुई है, जिसकी भी है वह इसे ले जाए। लेकिन, रविवार को पूरे दिन कोई भी इन भैंसों को लेने कोई नहीं आया।
दो दिसंबर को मोहम्मद शरीफ थाने पहुंचा और खुद की भैंस होने का दावा करने लगा। इस पर पुलिस को ही थोड़ा शक हुआ कि जिसकी गाड़ी से भैंस पकड़ी वह अब कैसे मालिकाना हक जता रहा है। बनाड़ थानाधिकारी प्रेमदान रतनू ने बताया कि मोहम्मद शरीफ का कहना था- उसका उदयमंदिर के गुजरावास में बाड़ा बना हुआ है। उसकी भैंस के बच्चे उसके घर पर बंधे हुए है। वह रात में अपनी भैंसों को अपने घर ले जा रहा था। भैंस सही मालिक तक पहुंचे इसके लिए उसे बोला गया कि इनके बच्चों को लेकर आए। सोमवार दोपहर तक मोहम्मद शरीफ भैंसों के बच्चों को लेकर थाने आया। यहां जैसे ही उसने बच्चों को छोड़ा वे अपनी मां के पास दूध पीने के लिए दौड़ गए। इस पर पुलिस को भी विश्वास हो गया कि ये भैंस मोहम्मद शरीफ की है। पुलिस चाहती थी कि भैंस अपने मालिक तक पहुंचे यही उद्देश्य था।