आज 18वीं लोकसभा के बजट सत्र का पहला दिन था, और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों, लोकसभा और राज्यसभा में अपने अभिभाषण के जरिए देश की नीति, योजनाओं और भविष्य की दिशा पर प्रकाश डाला। उनका यह अभिभाषण लगभग 59 मिनट तक चला।
लेकिन राष्ट्रपति के इस अभिभाषण पर कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया ने एक नया विवाद उत्पन्न कर दिया। सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर कुछ विवादास्पद टिप्पणियां कीं, उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति बहुत थक चुकी थीं और वे मुश्किल से बोल पा रही थीं, इस दौरान उन्होंने “बेचारी” शब्द का इस्तेमाल किया। राहुल गांधी ने भी इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह भाषण बोरिंग था और इसमें वही बातें बार-बार दोहराई गई थीं।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस नेताओं की टिप्पणियों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। भाजपा ने इसे आदिवासी समाज का अपमान बताया और कहा कि इस तरह की टिप्पणियां राष्ट्रपति की गरिमा को ठेस पहुँचाने वाली हैं। भाजपा ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को सम्मानजनक और महत्वपूर्ण बताया, जिसमें देश की योजनाओं और विकास के बारे में बात की गई थी।
राष्ट्रपति भवन के प्रेस सेक्रेटरी ने भी कांग्रेस नेताओं की टिप्पणियों पर अपनी प्रतिक्रिया दी, उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि ऐसी टिप्पणियों से बचना चाहिए। पप्पू यादव ने भी राष्ट्रपति के बारे में आलोचनात्मक टिप्पणी की, उन्हें एक “रबर स्टैंप” की तरह बताया, जो बस लव लेटर पढ़ती रहती हैं।
यह मामला इस समय चर्चा का विषय बन गया है, और यह राजनीतिक हलकों में तीखी बहस का कारण बन रहा है। विपक्ष और सरकार के बीच इस पर तीव्र प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।