बसपा छोड़ सपा में शामिल हुए बसपा के ज़िलाध्यक्ष पूर्व कोआर्डिनेटर व Sc/St आयोग के पूर्व सदस्य महेन्द्र बौद्ध-सुदर्शन

लखनऊ. सपा बाबा साहब आंबेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय महासचिव राम बाबू सुदर्शन ने कहाकि सपा आंबेडकर वाहिनी पीडीए खासकर दलित समाज में देश व प्रदेश भर में ये अभियान चलकर बताएगी की बसपा सुप्रीमो के द्वारा संविधान विरोधी ताकतों का लखनऊ रैली के मंच से तारीफ करना व समर्थन करना इस बात का सूचक हैकि संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव आंबेडकर जी व मान्यवर काशीराम जी की विचारधारा से बसपा प्रमुख का अब दूर दूर तक का कोई नाता नहीं है आज जो सत्ताधीश गद्दी पर बैठे है उन्ही के राज में सबसे ज्यादा दलितों कमजोर वंचितों पर अत्याचार अन्याय व गैंगरैफ जैसी जघन्य घटनाये हो रही है। लेकिन उन ताकतों का विरोध करने की बजाय तारीफ के कसीदे पढ़ रही है बसपा प्रमुख।

भाजपा के लोग ये खुले चुनावी मंच से कहते हो की 400 सीट आने पर संविधान को बदल देंगे आज उसी विचारधारा के लोगो का बसपा प्रमुख अप्रत्यक्षरूप से समर्थन कर रही है ये वही विचारधारा के लोग है जो बसपा प्रमुख को कुछ समय पहले अपशब्द कहे थे लेकिन भाजपा सरकार आज उन्ही को ससम्मान मंत्री विधायक बनाकर बसपा प्रमुख को अपमानित करने का इनाम दिया जा रहा है लेकिन आज इसपर एक शब्द तक नहीं बोलना चाहती है।

बसपा प्रमुख के द्वारा दिए गए बयान के चलते अब आंबेडकर व काशीराम जी की विचारधारा वाले बसपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओ ने पार्टी से किनारा करना शुरू कर दिया है श्री सुदर्शन ने बतायाकि सपा बाबा साहब आंबेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल भारती जी की मैजूदगी में प्रतापगढ़ बसपा के पूर्व ज़िलाध्यक्ष व पूर्व कोआर्डिनेटर तथा Sc/St आयोग के सदस्य रहे, श्री महेन्द्र बौद्ध ने बसपा छोड़ सपा में शामिल हो गए जिन्ह सपा आंबेडकर वाहिनी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें