बिजली संकट पर मंथन शुरू, CM योगी ने विद्युत समस्या पर ऊर्जा मंत्री को दिए ये निर्देश

इन दिनों बिजली की समस्या सरकार के सिर पर इस कदर छाई है कि यूपी सरकार एक्शन मोड में दिखती नजर आ रही है। जहां देखों वहां हॉय बिजली उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी की बिजली की समस्या को लेकर खुद एक्टिव हो गए हैं। दो दिन पहले अपने दिल्ली दौरे के समय केंद्रीय नेताओं से मिलकर यूपी की बिजली समस्या को दूर करने के लिए मदद की मांग की। आज उन्होंने बिना कटौती रोस्टर के अनुसार सबको बिजली मिलने को लेकर निर्देश दिया है।

यूपी जिलों में निर्बाध बिजली सप्लाई दी जाए

सीएम ने ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को भी अपनी विभाग की कार्ययोजना की समीक्षा करने के लिए कहा है। सीएम योगी ने कहा कि यूपी के 75 जिलों में रोस्टर के मुताबिक निर्बाध बिजली सप्लाई दी जाए। केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद मिल रही है। लिहाजा त्योहारों के दिन कहीं भी कोई बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए।

ऊर्जा मंत्री व्यापक बदलाव का प्रयास करें- सीएम योगी

सीएम योगी ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में सुधार की बड़ी जरूरत है। भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कार्ययोजना तैयार की जाए। ऊर्जा मंत्री अपने विभाग की कार्यप्रणाली की गहन समीक्षा करते हुए हर स्तर पर व्यापक बदलाव के प्रयास करें।

UP की मदद कर रही केंद्र

सीएम ने अधिकारियों से कहा कि केंद्रीय मंत्रियों से बातचीत के बाद अब केंद्र की ओर से मदद मिलने लगी है। केंद्र अब अतिरिक्त बिजली भी देगा और रेल मंत्रालय अतिरिक्त कोयला की रैक भी देगा। अब खदानों से पावर प्लांट तक कोयले की ढुलाई के लिए रेल के साथ-साथ सड़क मार्ग का उपयोग भी किया जाना चाहिए।

बिजली बिल के समय उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित करें

सीएम योगी ने कहा कि बिजली बिल के समय पर भुगतान के लिए उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इसके लिए यह जरूरी है कि लोगों को सही बिल मिले और समय पर मिले। ओवरबिलिंग, फाल्स बिलिंग या विलंब से बिल दिया जाना उपभोक्ता को परेशान करती है। इस व्यवस्था में सुधार के लिए बिलिंग और कलेक्शन एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए ऊर्जा विभाग को ठोस कार्ययोजना बनानी होगी। ग्रामीण इलाकों में विशेष प्रयास की जरूरत है।

साढ़े पांच घंटे के लिए बिजली कटौती जारी

बिजली और कोयला मिलने के बाद भी प्रदेश में बिजली संकट जारी है। यूपी पावर कॉर्पोरेशन ने 1686 मेगावाट बिजली की व्यवस्था करने के साथ कोयला भी उपलब्ध कराया। हालांकि, अभी भी डिमांड और सप्लाई में करीब 2500 मेगावाट का अंतर है। इसकी वजह से गांव में 6, तहसील में 5 और नगर पंचायत में साढ़े पांच घंटे के लिए बिजली कटौती जारी है।

कोयला का स्टॉक आया जरूर है, लेकिन कमी अभी भी बरकरार है। जरूरत के हिसाब से अभी भी कोयला नहीं मिल पा रहा है। स्थिति यह है कि अनपरा पावर प्लांट को महज 25,800 मीट्रिक टन कोयला मिल पाया है। वहीं, जरूरत 40 हजार मीट्रिक टन की है। ऐसे ही ओबरा को 12,500 मीट्रिक टन की जगह 7,800 मीट्रिक टन कोयला मिल पाया। यहां तीन दिन का कोयला स्टॉक ही बचा है। पारीछा पावर प्लांट में दो दिन का कोयला स्टॉक बचा है।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा बोले

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि बिजली आपूर्ति बढ़ाने के हर संभव प्रयास हो रहे हैं। प्रदेश को अतिरक्ति बिजली मिलनी शुरू हो रही है, जिससे स्थितियां बेहतर होंगी। उन्होंने बताया कि अनपरा पावर प्लांट की इकाइयों के लिए 10 लाख मीट्रिक टन कोयला नार्दन कोल फील्ड की खदानों से लिए जाने का निर्णय लिया गया है।

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