
मंदाकिनी घाटी और केदारघाटी के जरूरतमंद लोगों को पैथोलॉजी जांच के लिए अन्यत्र दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। सीएचसी अगस्त्यमुनि और एपीएचसी ऊखीमठ में बीपीएचयू लैब का निर्माण किया जाएगा, जहां मरीजों की एक साथ 30 से अधिक सामान्य जांच हो सकेंगी। दोनों चिकित्सालय तक एम्बुलेंस की पहुंच सहित ऑपरेशन थियेटर और वार्ड को भी बेहतर किया जाएगा।
चारधाम यात्रा के मुख्य पड़ाव के साथ ही प्रतिवर्ष केदारनाथ यात्रा में बढ़ रही यात्रियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जिला चिकित्सालय से लेकर यात्रा मार्ग के अस्पतालों में सुविधायुक्त बनाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्तमुनि में ऑपरेशन थियेटर को आधुनिक किया जाएगा। यहां, ऑपरेशन वार्ड की छत का नवीनीकरण के साथ ही यहां सभी जरूरी उपकरण स्थापित किए जाएंगे, जिससे यहां जटिल से जटिल ऑपरेशन हो सके। इसके अलावा, अस्पताल के सभी वार्डों को दुरस्त किया जएगा। अस्पताल परिसर में ही बीपीएचयू (ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट) लैब का निर्माण भी होना है, जिसके लिए विभागीय स्तर पर प्रस्ताव तैयार कर निदेशालय को भेज दिए गए हैं।
इस लैब में मरीजों के सभी सामान्य टेस्ट आसानी से हो सकेंगे। अधिकारियों के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय के मानकों के तहत बीपीएचयू लैब तैयार की जानी है। यही नहीं, सीएचसी अगस्त्यमुनि में जल्द ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की जाएगी, जिससे क्षेत्रीय जनता को जिला चिकित्सालय या अन्य अस्पतालों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। उधर, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ऊखीमठ में भी ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट का निर्माण होना है। साथ ही सड़क से अस्पताल परिसर तक एम्बुलेंस की पहुंच के लिए संपर्क मार्ग को दुरस्त किया जाएगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. राम प्रकाश ने बताया कि सीएचसी अगस्तयमुनि व एपीएचसी ऊखीमठ में बीपीएचयू लैब का निर्माण होना है, इसके लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर प्रस्ताव निदेशालय को भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही लैब का कार्य शुरू कर दिए जाएगा। इन लैब के बनने से मरीजों के 30 से अधिक चिकित्सकीय जांच हो सकेंगी।