मथुरा के दो गांवों में मतदान का बहिष्कार,समस्या का समाधान नहीं, तो वोट नहीं

मथुरा। गोवर्धन तहसील के मुखराई गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया है। अभी तक पोलिंग बूथ खाली पड़ा है। गांव का कोई भी व्यक्ति पोलिंग बूथ पर नहीं पहुंचा बल्कि पास ही बैठकर अपना विरोध जता रहे हैं।

सुबह सात बजे से मतदान शुरू है और गोवर्धन तहसील के मुखराई गांव के लोगों ने अभी तक कोई वोट नहीं डाला है। गांव के पूर्व प्रधान मानपाल सिंह ने बताया कि यहां से सांसद हेमा मालिनी पिछले 10 साल में एक बार भी गांव नहीं आई हैं। यहां तक कि वे कभी चुनाव प्रचार तक के लिए भी यहां नहीं आईं है। गांव में ऐसी कई समस्याएं हैं, जिनकी मांग पिछले दो दशकों से की जा रही हैं, लेकिन आज तक कोई समाधान नहीं हुआ है।

मानपाल सिंह ने बताया कि मुखराई की सीमा में ही तहसील बनी हुई है, लेकिन मुखराई गांव 25 किमी. दूर मथुरा तहसील से जुड़ा हुआ है। तीन किमी. दूर गोवर्धन ब्लॉक होने के बाद भी मुखराई का ब्लॉक मथुरा है। गांववालों को किसी भी काम के लिए 25 से 30 किमी दूर जाना होता है।

जबकि उनका समाधान गांव में भी हो सकता है। इनके अलावा गांव को जोड़ने वाली गोवर्धन और अड़ींग रोड को बनाने की मांग भी लंबे समय से की जा रही है। बड़े मेलों के दौरान जैसे गुरु पूर्णिमा, होली, गोवर्धन पूजा आदि के दौरान मथुरा से गोवर्धन या बरसाने जाने वाला ट्रैफिक मुखराई होकर ही गुजरता है, फिर भी यहां पर सड़क नहीं है। इस वजह से गांव के लोगों में लंबे समय से नाराजगी देखने को मिल रही है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें