
गंगटोक/मंगन। सिक्किम के उत्तरी क्षेत्र में हुए भीषण भूस्खलन में लापता सेना के छह जवानों में से एक का शव बरामद कर लिया गया है। मृतक जवान की पहचान सैनुद्दीन पीके के रूप में की गई है। यह जानकारी मंगन जिले के पुलिस अधीक्षक सोनम देचू भूटिया ने दी। घटना एक जून को चट्टेन स्थित एक सैन्य शिविर में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के दौरान हुई थी।
अब तक तीन की हो चुकी है मौत, पांच अभी भी लापता
एसपी भूटिया ने बताया कि अब तक इस हादसे में तीन सैन्यकर्मियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि चार जवान घायल हुए थे। पांच अन्य जवान अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर जारी है। जवानों की खोज में स्थानीय प्रशासन, सेना और आपदा राहत बल की टीमें लगी हुई हैं।
भूस्खलन से बड़ा नुकसान, सड़क व संचार सेवाएं बाधित
उत्तरी सिक्किम में पिछले कुछ दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिससे भूस्खलन की कई घटनाएं हुई हैं। इसके कारण सड़क संपर्क और दूरसंचार सेवाएं पूरी तरह बाधित हो गई थीं। लाचेन, लाचुंग और चुंगथांग जैसे दुर्गम क्षेत्रों में करीब 2,000 पर्यटक फंस गए थे, जिन्हें प्रशासन द्वारा चलाए गए बचाव अभियानों के जरिए सड़क और हवाई मार्ग से सुरक्षित बाहर निकाला गया।
सैनिकों के लिए चल रहा विशेष खोज अभियान
सैन्य सूत्रों के अनुसार, लापता जवानों के लिए सर्च ऑपरेशन में ड्रोन, खोजी कुत्तों और अत्याधुनिक उपकरणों की मदद ली जा रही है। लेकिन मौसम की खराबी और दुर्गम भू-भाग के कारण बचाव कार्यों में काफी दिक्कतें आ रही हैं। सेना ने आश्वस्त किया है कि जब तक अंतिम जवान नहीं मिल जाते, तब तक राहत और खोज कार्य बंद नहीं होगा।
संवेदनाएं और सतर्कता की अपील
इस दुर्घटना को लेकर सेना और प्रशासनिक अधिकारियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है। स्थानीय लोगों और पर्यटकों से अपील की गई है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें और अनावश्यक यात्रा से बचें।