
लखनऊ : दलित अधीक्षण अभियंता के ऑफिस में घुसकर स्थानीय भाजपा नेता द्वारा जूते से हमला किए जाने के मामले से प्रदेश के बिजली कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया है। इस घटना के विरोध में दलित व पिछड़े वर्ग के अभियंता पूरे प्रदेश में काली पट्टी बांधकर विरोध जतायेंगे।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के अंतर्गत बलिया के अधीक्षण अभियंता लाल सिंह जो दलित समाज से आते हैं उनके कार्यालय में ऑफिस आवर्स में स्थानीय भाजपा नेता मुन्ना बहादुर सिंह किसी मामले को लेकर आये।
मुन्ना सिंह ने लाल सिंह पर पहले तो अभद्र भाषा का प्रयोग किया और बाद में हमलावर हो गये। घटना के दौरान लाल सिंह संयमित ही रहे। घटना के बाद थाने जाकर उन्होंने प्राथमिकी दर्ज करा दी। इस घटना से पूरे उत्तर प्रदेश के दलित व पिछड़े वर्ग के अभियंता कार्मिकों में भारी रोष है। घटना की जानकारी मिलते ही राजधानी के फील्ड हास्टल में पावर आफिसर एसोसिएशन के पदाधिकारियों की बैठक हुई।
बैठक की जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश पावर ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष आर.पी.केन ,महासचिव अनिल कुमार संगठन सचिव हरिश्चंद्र वर्मा, बिंदा प्रसाद, बनवारी लाल, अजय कनौजिया रामकिंकर, ट्रांसको अध्यक्ष सुशील कुमार वर्मा पश्चिमांचल अध्यक्ष एम.के.अहिरवार,मध्यांचल लेसा अध्यक्ष प्रभाकर सिंह ने बताया कि पावर कार्पोरेशन प्रबंधन द्वारा जिस प्रकार से 1992 बैच के दलित अभियंताओं के साथ अन्याय किया जा रहा है वह किसी से छिपा नहीं है।
इंजीनियर राम शब्द,महेंद्र सिंह ,लोकेश कुमार,प्रशांत सिंह के मामलों में प्रबंधन द्वारा हीलाहवाली की जा रही है। सोमवार को पूरे उत्तर प्रदेश में सांकेतिक रूप से एक दिन सभी दलित व पिछड़े वर्ग के अभियंता काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे।
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