भाजपा नेता अनूप अवस्थी का बीच सड़क अपमान, थप्पड़ मारने की चर्चा, लेकिन सम्मान बचाने के लिए माफ कर दिया

  • पार्टी कार्यालय से निकलते ही 500 मीटर दूरी पर हुई घटना
  • मीडिया प्रभारी पर हमले की खबर सुनकर एकत्र हुए कार्यकर्ता
  • बदसलूकी करने वाले को पिटाई के बाद कोतवाली पुलिस के हवाले किया

कानपुर। चमचमाती लग्जरी गाड़ी.. बोनट पर लगा सत्ता पक्ष का झंडा, ऐसे में आम आदमी की गाड़ी से टक्कर कैसे बर्दास्त हो.. सता के रसूख एसी गाड़ी में सर चढ़ कर बोल रहा था सो मामूली टक्कर पर गाड़ी के अंदर से सामने वाले कार चालक को हाथ दिखाकर रौब गांठा तो सामने वाले ने आव देखा न ताव कनपुरिया स्टाइल में नेताजी की गाड़ी से बाहर खंीच लिया। पांच सेंकेड में नेताजी का रसूख बीच सड़क अपमान में बदल गया। खबर मिलते ही पार्टी कार्यालय से पहुंचे भाजपाईयों ने भी युवक को जमकर पीटा और खींच कर कोतवाली ले गये। भारतीय जनता पार्टी के मीडिया प्रभारी अनूप अवस्थी सोमवार को पार्टी कार्यालय से मीटिंट अडेंट करके निकले थे। बड़ा चौराहे के पास उनकी कार की टक्कर बाबूपुरवा निवासी मोहम्मद इरफान की गाड़ी से हो गयी। कार के अंदर से ही बाहर की गर्मी को भूल कर एसी कार से नेताजी ने इशारे किये तो दूसरे कार सवार ने भी पलटवार किया। एक तरफ सत्ता की ताकत थी, जबकि दूसरी और बाहुबल था। बाहुबली को कार सवार का परिचय नहीं था, ऐसे में उसने कार के अंदर से हुए इशारे को अपमान समझा और बाहर निकाल कर भाजपा नेता को उनकी कार से खींचकर सरेआम बेइज्जत करना शुरू कर दिया। चर्चा है कि दबंग ने भाजपा नेता पर हाथ भी छोड़ दिया था। खबर लगते ही नवीन मार्केट स्थित पार्टी कार्यालय से कार्यकतार्ओं का हुजूम निकाला और उसने दबंग को घेरकर करारा सबक सिखा दिया। इसके बाद हरकत करने वाले को कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया गया। कोतवाली में काफी देर चली पंचायत के बाद भाजपा नेता ने मीडियाबाजी से बचने के लिए अपमान करने वाले को माफ करना मुनासिब समझा। भाजपाइयों के बीच चर्चा थी कि यदि यह घटना सार्वजनिक हुई तो सत्ता में रहते हुए मीडिया प्रभारी के सरेआम अपमान को भुनाने में विपक्षी पार्टियों बनाने से पीछे नहीं हटेंगी। फिलहाल सोशल मीडिया पर सत्ता पक्ष के मीडिया प्रभारी से हुई घटना खूब चर्चा में रही। 00०००

बीच सड़क रंगबाजी दिखाना पड़ा भारी
नवीन मार्केट में बीजेपी कार्यालय से निकले मीडिया प्रभारी अनूप अवस्थी को जरा भी आभास नहीं था उनकी रंगबाजी उन्हें भारी पड़ जायेगी।यूटर्न लेने के दौरान बाबूपुरवा निवासी इरफान की गाड़ी से टक्कर के बाद शायद इतना बखेड़ा न खड़ा होता अगर सामने वाले ने भी नेताजी के दबंगई वाले इशारे को इग्नोर कर दिया होता लेकिन कार के अंदर से दोनों एक दूसरे को देख लेने की मुद्रा में डपटते रहे जिसका अंजाम यह हुआ की एक हिस्से में फर्जीहत आयी तो दूसरे को भाजपाईयों के गुस्से का शिकार होना पड़ा।अपनी ही सरकार में खुद हुई फजीहत का घूंट सम्मान बचाने के लिये अपमान को भूल कर तहरीर के खेल से परहेज कर गये लेकिन तब तक सोशल मीडिया पर नेताजी को पांच सेकेंड में कई थप्पड़ों की सौगात जगजाहिर हो गयी लेकिन नेताजी ने इससे इंकार किया है। फिलहाल दोनों पक्षों में समझौता हो गया। ००

सोशल मीडिया पर पिटाई के मैसेज वायरल
कोतवाली थाने में एक तरफ भाजपाई एकत्र थे तो दूसरी तरफ पिटा गया युवक इरफान। पुलिस भी यही समझ रही थी की मामला सत्ता पक्ष का है तो समझौता तो दूर की बात है। ऐसे में पुलिस ने तुंरत ने मीडिया प्रभारी की आवभगत करते हुए तहरीर मांग ली। तहरीर का मजनून भी तैयार हो गया लेकिन तब तक सोशल मीडिया पर भाजपा नेता के साथ मारपीट की मैसेज वायरल हुए तो मीडिया वालों के फोन भी पहुंचने लगे। कुछ भाजपाई सीधे सख्त कार्रवाही चाहते थे तो कुछ मामले में ठंडा करके मामला देखने की बात कहने लगे। इस बीच सत्ता के दम पर कमाई इज्जत का फालूदा निकलने का डर था तो दूसरी तरफ अपमान भी बर्दाश्त नहीं हो रहा था लेकिन मीडियाबाजी से होने वाली फजीहत से बचने के लिये नेताजी ने अपमान का घूंट पीना ठीक समझा और कुछ ही घंटों में पूरा खेल पलट गया।

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