
हल्द्वानी : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोमवार को हल्द्वानी के गौलापुल के पास क्षतिग्रस्त टनकपुर-सितारगंज मार्ग का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सड़क निर्माण कार्य की धीमी गति पर नाराजगी जताई और जिला प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए।
बताते चले कि बीते साल आई भारी बारिश के चलते गौला पुल के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा बह गया था। इसके चलते गौलापार, सितारगंज और टनकपुर जैसे क्षेत्रों को भारी आवाजाही की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब पीडब्ल्यूडी की ओर से सड़क को दूसरी ओर से बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जिसके लिए 100 से अधिक शीशम के पेड़ भी काटे जा चुके हैं।
हरीश रावत ने कहा कि यदि बरसात से पहले सड़क को ठीक नहीं किया गया, तो आगामी मानसून में हालात और भी भयावह हो सकते हैं और कई इलाकों का संपर्क पूरी तरह टूट सकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस मुद्दे पर बात करने की बात भी कही।
इसके अलावा, उन्होंने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वह चंपावत के गोलूज्यू मंदिर के दर्शन के बहाने “भाजपा के झूठ का पर्दाफाश” करने निकले हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने 2017 और 2022 के चुनाव में झूठ के सहारे सत्ता हासिल की और मुस्लिम यूनिवर्सिटी जैसे मुद्दों को लेकर राज्य में भ्रम फैलाया। हरीश रावत ने अपनी इस यात्रा को “संस्कृतिक दर्शन यात्रा” करार देते हुए कहा कि वह काली कुमाऊं क्षेत्र के जनमानस को भाजपा के झूठ से अवगत कराएंगे।