
भास्कर ब्यूरो
Bijnor : मुजफ्फरनगर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) पद पर तैनात डॉक्टर सुनील तेवतिया को बिजनौर स्थित अपने आवास पर अवैध रूप से क्लिनिक चलाते हुए महिला आयोग सदस्य संगीता जैन ने अपनी टीम के साथ छापा मारकर रंगे हाथ पकड़ा। बताया जा रहा है कि वे जिला मुख्यालय से लगभग 36 किलोमीटर दूर चांदपुर थाना क्षेत्र में बिजनौर रोड स्थित देवी मंदिर के पास जनजीवन नर्सिंग होम नाम से रोगियों को देख रहे थे। छापे के दौरान चांदपुर थाना प्रभारी अमित कुमार और चार पुलिसकर्मी भी मौजूद थे।
सूत्रों के अनुसार रविवार दोपहर लगभग 1:30 बजे महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन अपनी टीम और पुलिसकर्मियों के साथ क्लिनिक पर पहुंचीं। जैसे ही वे डॉक्टर के केबिन में दाखिल हुईं, डॉक्टर ने खुद को बाथरूम में बंद कर लिया। पुलिस लंबे समय तक दरवाजा खटखटाती रही। फोर्स द्वारा दरवाजा तोड़ने की चेतावनी दिए जाने पर डॉक्टर सुनील तेवतिया बाहर आए।

इसके बाद संगीता जैन ने उनसे अवैध क्लिनिक संचालन को लेकर पूछताछ की। डॉक्टर तेवतिया ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि वे कोई क्लिनिक नहीं चला रहे थे, जबकि परिसर में लगे बोर्ड पर उनका नाम और पद स्पष्ट रूप से लिखा हुआ पाया गया।
गौरतलब है कि करीब दो महीने पहले भी संगीता जैन ने उन्हें इसी प्रकार अवैध क्लिनिक चलाते हुए पकड़ा था और चेतावनी भी दी थी। इस बार भी दोनों के बीच मौके पर लंबी बहस हुई। महिला आयोग सदस्य का कहना है कि यह पद का गंभीर दुरुपयोग है और मामले की शिकायत उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक एवं मुख्यमंत्री से की जाएगी।
संगीता जैन ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली थी कि डॉक्टर तेवतिया हर रविवार करीब 150 मरीज़ों को देखते हैं और प्रति मरीज 300 रुपये फीस लेते हैं।
वहीं डॉक्टर सुनील तेवतिया का कहना है कि वे छुट्टी लेकर अपने घर पत्नी से मिलने आए थे और उन पर लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह निराधार हैं।















