
- रात के सन्नाटे में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की रफ्तार से ग्रामीण दहशत में, प्रशासन की भूमिका पर सवाल
Kiratpur, Bijnor : किरतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम हुसैनपुर औरंगाबाद में अवैध मिट्टी खनन का धंधा इन दिनों चरम पर है। शासन-प्रशासन द्वारा मिट्टी खनन पर सख्त प्रतिबंध के बावजूद खनन माफिया खुलेआम सरकारी सड़क पर मिट्टी डालने की आड़ में निजी संपत्तियों को भर रहे हैं। इससे क्षेत्र में भारी नाराजगी और दहशत का माहौल है।
ग्रामीणों के अनुसार, रात 12 बजे से सुबह 5 बजे तक मिट्टी से लदे ट्रैक्टर-ट्रॉली और डंपर गांव की सड़कों, नहर पटरी और हाईवे पर तेज रफ्तार से दौड़ते हैं। कहा जा रहा है कि ईंट भट्ठों का हवाला देकर कुछ माफिया गरीब किसानों के खेतों से मिट्टी निकलवा कर उसे मोटी रकम में बेच रहे हैं। शासनादेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए यह पूरा नेटवर्क दबंगई के बल पर फल-फूल रहा है।
ऐसा ही एक मामला ग्राम हुसैनपुर औरंगाबाद में सामने आया, जहां सरकारी सड़क पर मिट्टी डालने का ठेका लिए ठेकेदार तैय्यब पर आरोप है कि उन्होंने विधायक निधि से बन रही सड़क की आड़ में नाथे पुत्र सुख्खे के निजी भवन पर 150 गज में मिट्टी का अवैध भराव कराया। जब उनसे इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने सरकारी सड़क पर मिट्टी डालने का हवाला देते हुए निजी प्लॉट में भराव की पुष्टि भी की।
ग्रामीणों ने बताया कि तेज रफ्तार से भागते मिट्टी से लदे वाहनों के कारण महिलाओं और छोटे बच्चों की सुरक्षा पर हमेशा खतरा मंडराता रहता है। कई बार ग्रामीण धीमी गति से चलने की अपील करते हैं, लेकिन चालक उल्टा धमकाने लगते हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि किसी भी हादसे की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि जब जिले में मिट्टी खनन पूरी तरह प्रतिबंधित है, तो फिर रात के अंधेरे में चल रहा यह कारोबार आखिर किसके संरक्षण में पनप रहा है? लेखपाल रविंद्र से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
इस मामले में जब उप जिलाधिकारी नजीबाबाद शैलेन्द्र कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट कहा
“मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन तुरंत अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाए, अन्यथा मिट्टी माफिया क्षेत्र में अपना साम्राज्य खड़ा कर देंगे।










