
Nangal Soti, Bijnor : मेले भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं, खासकर जब वे किसी पुराने मंदिर से जुड़े हों। मौ अलीपुर द्वारका में स्थित प्राचीन सती माता मंदिर पर दो दिवसीय मेला शुरू हो गया, प्रतिवर्ष की भांति सती मेला तिसोतरा कामराजपुर मार्ग पर मौ अलीपुर द्वारका में लगा, मंदिर पर सवेरे से ही श्रद्धालुओं की लंबी लंबी लाइन लगी रही, सती माता मंदिर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु ने आकर प्रसाद चढ़ाया और घर परिवार के लिए सुख समृद्धि के मनोकामना की । सती माता मंदिर के प्रति श्रद्धालु की भारी श्रद्धा व मान्यता है गांवों की युवतियां पुत्र रत्न प्राप्त होने पर परिवार ससुराल व मायके वालो के साथ कुंडारे लगाकर सती माता मंदिर आकर शार्द्धापूर्वक मनोकामना की, जिसमें दावत का आयोजन भी किया गया ।
जो युवती ने कुंडारा लगाया वो अपने मायके में दावत का आयोजन किया जिसमें मायके व ससुराल पक्ष में लोग मौजूद रहे, मेले के दौरान सती माता मंदिर पर तिसोतरा, मौ अलीपुर द्वारका, गौसपुर, कामराजपुर, चंदोक, सुंगरपुर अन्य आसपास के गाँव सहित दूर दराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रसाद चढ़ाकर परिवार की सुख समृद्धि की कामना करते हैं । मेले में झूले लगाए गए जिसमे बच्चों ने झूला झूलकर लुत्फ उठाया व खिलाने की दुकाने चाट पकौड़ी आदि आदि दुकानें लगाई गई मेले में बड़ी बड़ी दुकानें लगाई गई, जिसमे नव विवाहित युवतिया अपनी जरूरत का सामान की खरीदारी की, जिसमे क्षेत्रवासियो की भारी संख्या में भीड़ उमड़ती रही । मेले में हर तरफ खुशियों का माहौल रहा, एक तरफ बड़े-बड़े झूले और खिलौने बच्चों और युवाओं के आकर्षण का केंद्र थे। दूसरी तरफ सजी हुई दुकानों पर औरतों की भीड़ थी, जो रंग-बिरंगी चूड़ियाँ, मिट्टी के बर्तन और पारंपरिक गहने खरीद रही थीं। बच्चों के लिए गुब्बारे वाले और खिलौने की दुकानें किसी स्वर्ग से कम नहीं थीं।
मेले का सबसे खास हिस्सा था ‘स्वाद’। गरमा-गरम जलेबियाँ, चाट-पकौड़ी लोग टोली बनाकर जमीन पर बैठकर मेले के पकवानों का आनंद ले रहे थे। गाँव के लोग साल भर इस मेले का इंतज़ार करते हैं, क्योंकि यह केवल खरीदारी का जरिया नहीं, बल्कि आपसी मिलन और खुशियों को बाँटने का एक उत्सव है।दूसरी तरफ़ दंगल का आयोजन हो रहा था, जिसमे दूर दराज से पहलवान अपनी ताक़त का प्रदर्शन करते नजर आए । सती माता मंदिर के पुजारी ने बताया कि सती मेला पौष माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी व अष्टमी तिथि को आयोजित होता है सती माता मंदिर के प्रति लोगों की भारी श्रद्धा मान्यता है । सुरक्षा की दृष्टि से मेले में पुलिस बल भी मौजूद रहा।










