
पूर्णिया, बिहार। जिले के ज़िला निबंधन एवं परामर्श केंद्र में उस समय अफरातफरी मच गई जब नौकरी के लिए कुशल युवा कार्यक्रम में सत्यापन के लिए पहुंचे लगभग 1200 अभ्यर्थियों पर एक सरकारी कर्मी राहुल कुमार ने लाठी चला दी।

सत्यापन के लिए लंबी लाइन में लगे युवा पहले ही उमस और भीड़ से परेशान थे, वहीं डीआरसीसी में प्रतिनियुक्त गृह रक्षकों और कर्मियों द्वारा भीड़ नियंत्रित किया जा रहा था। इसी दौरान कार्यालय में कार्यरत कर्मी राहुल कुमार ने गुस्से में आकर युवाओं पर लाठियां बरसानी शुरू कर दी।
इस घटना को लेकर जिला प्रशासन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि “काउंटर एरिया में भीड़ नियंत्रित करने हेतु हल्का बल प्रयोग किया गया है।” हालांकि प्रशासन ने इसे घोर आपत्तिजनक और सरकारी आचरण के प्रतिकूल मानते हुए आरोपी कर्मी राहुल कुमार से स्पष्टीकरण मांगा है और उसके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
प्रशासन की सुस्ती और अधिकारी की मनमानी ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या सरकारी नौकरी मिलने के बाद संवेदनशीलता समाप्त हो जाती है?