
बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विधान परिषद में राजद और कांग्रेस विधायकों ने बिहार सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। ये विधायक विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। उनका आरोप था कि सरकार ने विकास कार्यों को प्राथमिकता नहीं दी है और जनता की समस्याओं की अनदेखी की जा रही है।
विपक्षी दलों ने मांग की कि सरकार को स्वास्थ्य, शिक्षा, और रोजगार के मामले में ठोस कदम उठाने चाहिए। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान विधायकों ने हाथों में Placard भी लिए हुए थे, जिन पर उनकी मांगें लिखी गई थीं।
राजद और कांग्रेस के विधायक स्पष्ट रूप से यह संदेश देना चाह रहे थे कि सरकार की नीतियों से जनता नाराज है और उन्हें अपने मूल मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। विधान परिषद में यह हंगामा तब और बढ़ गया, जब सरकार की ओर से कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया।
विधान परिषद के इस हंगामे का असर सत्र की कार्यवाही पर भी पड़ा, जिससे कई एजेंडे पर चर्चा नहीं हो पाई। विपक्षी दलों ने कहा कि वे अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल करते रहेंगे और सरकार को जनहित में सही कदम उठाने के लिए बाध्य करेंगे।