
Bihar Politics : बिहार विधानसभा चुनाव इसी साल अक्टूबर या नवंबर में होंगे। चुनाव आयोग तैयारियों में जुटा है, हालांकि अभी तक चुनाव की तारीखों का एलान नहीं किया है। लेकिन बिहार में राजनीतिक दलों में गतिविधियां तेज हो गई हैं। अब तो सवाल यहां तक उठ गया है कि बिहार की जनता इस बार इसे पसंद करेगी?
जहां सत्ता पक्ष की ओर से एनडीए पूरी ताकत झोंक रहा है तो वहीं विपक्ष भी जमकर पसीना बहा रहा है। यानी बिहार चुनाव में मुकाबला टक्कर का होेने वाला है। इस बार एनडीए और विपक्ष के बीच प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज का भी दबदबा है, जो वोटों का सीमकरण बिगाड़ने की भूमिका में दिख रहा है। आईए कुछ सर्वे के आधार पर तैयार रिपोर्ट के अनुसार जानते हैं कि बिहार की जनता की पहली पसंद कौन है?
स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) और मतदाता सूची से नाम कटने के विवाद के बीच सी-वोटर (C-Voter) ने एक सर्वे रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार, राजद नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, लोजपा (रामविलास) चीफ चिराग पासवान और जनसुराज प्रमुख प्रशांत किशोर के लिए तीन महीने तक किए गए सर्वे का डाटा दिया गया है।
C-Voter के सर्वे में कौन है सबसे बेहतर
तेजस्वी यादव जनता की पहली पसंद
तेजस्वी यादव इंडिया गठबंधन से सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे हैं। सर्वे के तीनों चरणों में वे नंबर वन पर रहे हैं। फरवरी में 41%, जून में 37% और अगस्त में सीधे 31 फीसदी पर आ गए हैं। इस तरह से उनकी लोकप्रियता में गिरावट दिख रही है, लेकिन इसके बावजूद वे नीतीश कुमार, चिराग पासवान और सम्राट चौधरी सभी पर भारी पड़ रहे हैं। यह आंकड़े बताते हैं कि जनता का झुकाव अभी भी तेजस्वी यादव की ओर है, भले ही ग्राफ़ थोड़ा नीचे आया हो।
नीतीश कुमार जनता की दूसरी पसंद
C-Voter ने फरवरी, जून और अगस्त 2025 में तीन अलग-अलग सर्वे किए। रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार में लंबे समय से राजनीति के सबसे लोकप्रीय नेता नीतीश कुमार की चमक में गिरावट आई है। बिहार की जनता के बीच नीतीश कुमार की लोकप्रियता डाउन हो रही है। फरवरी माह में जनता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 18 फीसदी पसंद किया। जून माह तक नीतीश कुमार इसी आंकड़े पर टिके रहें। लेकिन अगस्त माह में उनकी लोकप्रियता गिरी और वह 15 फीसदी पर आ गए।
चिराग पासवान जनता की तीसरी पसंद
तीसरे नंबर पर एनडीए के चहेते और लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान हैं। फरवरी माह में चिराग को जनता ने 4 फीसदी अंक दिए थे, फिर जून माह में 11 फीसदी अंक दिए और अगस्त माह में उनका अंक और बढ़ गया। इस माह जनता ने उन्हें 10 फीसदी अंक दिए।
सम्राट चौधरी जनता की चौथी पसंद
चौथे नंबर पर एनडीए के सम्राट चौधरी हैं। सम्राट चौधरी को बिहार की जनता ने फरवरी माह में 8 फीसदी, जून में 7 फीसदी और अगस्त में 10 फीसद पर रहे। इसका मतलब यह है कि NDA में फिलहाल कोई बड़ा चेहरा नीतीश कुमार की जगह नहीं ले पाया है।
प्रशांत किशोर जनता की पांचवी पसंद
इन दिनों बिहार का सबसे दिलचस्प चेहरा प्रशांत किशोर हैं। उनको फरवरी में 15 फीसदी वोट मिले, जून में ये आंकड़ा बढ़कर 16 हो गया और अगस्त में 6 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 22 पर जा पहुंचा। यानि उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। अगर यही रफ्तार रही तो नवंबर तक वे बड़ी चुनौती बन सकते हैं। चूंकि वे किसी भी गठबंधन से नहीं जुड़े हैं, इसलिए सवाल यह उठ रहा है कि वे किंगमेकर होंगे या खुद किंग बनने की कोशिश करेंगे।
राहुल गांधी जनता की पसंद नहीं पर प्रभावित किया
इस चुनावी माहौल में राहुल गांधी ने भी वोटर लिस्ट से नाम कटने और चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल खड़े कर बिहार के वोटर्स को प्रभावित किया है। एक सर्वे में 59% लोगों ने माना कि राहुल गांधी के आरोपों में दम है। वहीं 67% लोगों ने कहा कि चुनाव आयोग को राहुल गांधी के सवालों का जवाब देना चाहिए। इसलिए राहुल गांधी बिहार की जनता के लिए पसंद के तौर पर खड़े नहीं उतरे हैं।
यह भी पढ़े : कर्नाटक के कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र गिरफ्तार, ED के छापे में मिला 10 KG चांदी, फॉरेन करेंसी, करोड़ों का कैश