
Bihar : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है, जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। इस मुलाकात के बाद विपक्षी दलों और खासकर आरजेडी ने बड़ा आरोप लगाया है। मंगलवार को आरजेडी के नेता और प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से हटाने का प्लान तैयार किया है।
मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि दिल्ली की बैठक में इसी पर चर्चा हुई है। उनका दावा है कि भाजपा का राजनीतिक लक्ष्य बिहार में सभी क्षेत्रीय दलों को तोड़ना है, ताकि अपनी सरकार बना सके। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी का दबाव है कि नीतीश कुमार जल्द ही मुख्यमंत्री पद छोड़ दें। उनका यह भी कहना है कि खरमास के बाद (14 जनवरी) के बाद यह खेल खेला जाएगा, और दावा किया कि “दही-चूड़ा खाने के बाद खेल होगा,” यानी चुनाव से पहले राजनीतिक समीकरण बदले जा सकते हैं।
एनडीए का साथ और बिहार के हालात
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि वर्तमान में केंद्र और बिहार दोनों जगह एनडीए की सरकार है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि बिहार के विकास और जनता के हित में उन सरकारों से लाभ मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार बिहार को विशेष पैकेज या विशेष राज्य का दर्जा दिलाने में अभी तक असमर्थ रही है, लेकिन उम्मीद है कि वह इस दिशा में कदम उठाएगी। उन्होंने सवाल किया कि नीतीश कुमार, जो खुद मुख्यमंत्री हैं, पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने या बिहार को विशेष पैकेज दिलाने में क्यों असमर्थ रहे।
बता दें कि नीतीश कुमार की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से हुई, जिसमें बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और जेडीयू नेता व केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह भी मौजूद थे। यह मुलाकात राज्य विधानसभा चुनाव में राजग की शानदार जीत के बाद हुई, जब नीतीश कुमार ने फिर से मुख्यमंत्री पद संभाला है। इस बैठक में विभिन्न राजनीतिक और विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई।
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