
पटना : बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित बाल हृदय योजना के अंतर्गत हृदय में छेद की समस्या से पीड़ित 19 बच्चों को नि:शुल्क इलाज के लिए श्री सत्य साई हार्ट अस्पताल, राजकोट अहमदाबाद भेजा गया।
इस योजना के तहत हृदय में छेद से पीड़ित बच्चों का निःशुल्क इलाज किया जाता है, जिससे जरूरतमंद परिवारों को बड़ी आर्थिक राहत मिलती है।
इस अवसर पर राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ राजीव कुमार ने जानकारी दी कि बाल हृदय योजना के माध्यम से अब तक 1871 बच्चों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है। इस योजना से हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है और उनके स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
उन्होंने कहा कि बाल हृदय योजना का मुख्य उद्देश्य जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों की प्रारंभिक पहचान, उपचार और पुनर्वास सुनिश्चित करना है।
योजना के तहत हृदय में छेद से पीड़ित बच्चों को चिन्हित कर उन्हें बेहतर इलाज के लिए श्री सत्य साई हार्ट अस्पताल भेजा जाता है, जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में नि:शुल्क सर्जरी और उपचार किया जाता है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के विभिन्न जिलों में नियमित स्वास्थ्य शिविरों और स्क्रीनिंग कार्यक्रमों के माध्यम से ऐसे बच्चों की पहचान की जाती है। चयनित बच्चों को राज्य स्तर पर चिकित्सा परीक्षण के लिए भेजा जाता है और उपयुक्त मामलों में उन्हें उच्च स्तरीय उपचार के लिए श्री सत्य साई हार्ट अस्पताल भेजा जाता है।
राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ राजीव कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग हर जरूरतमंद बच्चे को गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने माता-पिता से अपील की कि यदि उनके बच्चों को हृदय संबंधी कोई समस्या है, तो वे नजदीकी सरकारी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें ताकि समय पर जांच और इलाज की सुविधा मिल सके। बाल हृदय योजना के संबंध में अधिक जानकारी और सहायता के लिए 104 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।