बिहार चुनाव : इन सीटों पर एनडीए को होगा नुकसान, BJP से नाराज हुा कायस्थ समाज; दीघा पर होगा कड़ा मुकाबला

बिहार चुनाव : राजधानी पटना और आसपास की विधानसभा सीटों पर पारंपरिक रूप से बीजेपी का दबदबा रहा है, जिसमें कायस्थ समुदाय का वोट निर्णायक भूमिका निभाता रहा है। इस बार के चुनाव में, हालांकि, कायस्थ समुदाय बीजेपी से नाराज़ नजर आ रहा है।

बीजेपी ने अपने तीन कायस्थ विधायकों में से केवल एक को टिकट दिया है, जबकि अन्य दो की जगह दूसरी जातियों के उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है। इससे नाराजगी बढ़ रही है, और ‘जन सुराज’ के उम्मीदवार अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इसके अलावा, दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की चचेरी बहन दिव्या गौतम ने पटना की दीघा सीट पर चुनावी माहौल को और दिलचस्प बना दिया है।

कायस्थ विधायकों के टिकट कटने से नाराजगी

वर्तमान विधानसभा में बीजेपी के तीन कायस्थ विधायक थे- बांकीपुर से नितिन नवीन, कुम्हरार से अरुण सिन्हा और नरकटियागंज से रश्मि वर्मा। इस बार, बीजेपी ने केवल नितिन नवीन को ही टिकट दिया है, जबकि अरुण सिन्हा और रश्मि वर्मा की जगह दूसरे उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है। नरकटियागंज सीट पश्चिमी चंपारण जिले में आती है, जहां कायस्थ की जगह ब्राह्मण संजय पांडे को टिकट दिया गया है। इसी तरह, कुम्हरार से अरुण सिन्हा की जगह बनिया संजय गुप्ता को टिकट मिला है।

बता दें कि बीजेपी चुनाव कार्यालय में कई कार्यकर्ताओं का मानना है कि पार्टी ने अधिकांश टिकटें अग्रवाल और अन्य पिछड़ी जातियों को दी हैं, लेकिन कायस्थ समुदाय इससे नाराज है।

दीघा में मुकाबला दिलचस्प

दीघा सीट पर बीजेपी के संजीव चौरसिया चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, भाजपा समर्थक राकेश वर्मा और साथी राजेश चंद्रवंशी का मानना है कि इस बार बीजेपी ने कायस्थ समुदाय को नजरअंदाज किया है। वर्मा कहते हैं, “इस बार तो बीजेपी ने भी कायस्थों को छोड़ दिया है।” हालांकि, दोनों का मानना है कि समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार दिव्या गौतम के पास इस क्षेत्र के विकास का विज़न है, जो मुकाबले को और दिलचस्प बना रहा है।

यह भी पढ़े : ‘मुस्लिम लड़की लाओ और नौकरी पाओ…’ भाजपा के पूर्व विधायक पर भड़कीं मायावती, बोली- इन तत्वों को संरक्षण दिया जा रहा

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें