
Bihar Chunav 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव में जैसे-जैसे वोटिंग नजदीक आ रही है, गठबंधन टूटते दिखाई दे रहे हैं। अभी तक बिहार के दोनों बड़े गठबंधनों में सीटों का बंटवारा नहीं हो पाया है। इस बीच जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रमुख व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 109 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान भी कर दिया। जेडीयू ने 109 सीटों की लिस्ट जारी कर दी है। हैरानी की बात ये है कि इनमें सात सीटेें भाजपा की हैं। ऐसे में एनडीए दलों में खलबली मच गई है। क्या एक बार फिर नीतीश कुमार एनडीए का सिरदर्द बन जाएंगे?
एनडीए के नेता दावा कर रहे हैं कि सभी दल एकजुट होकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अंदरूनी तौर पर सीटों के बंटवारे को लेकर मतभेद साफ नजर आ रहे हैं। जदयू ने अपने दावों से एनडीए की स्थिति को और भी जटिल बना दिया है। जदयू ने पहले ही 109 सीटों पर अपना दावा ठोक दिया है। इनमें से 7 ऐसी सीटें भी हैं, जो कि पहले से ही भाजपा की सीटें हैं। जदयू का यह कदम गठबंधन की बैठक से पहले ही सामने आया है, जिससे गठबंधन में खलबली मची है और कयास लगाए जा रहे हैं कि सभी दल एकसाथ चुनाव लड़ने के बजाय अपने-अपने दावे कर रहे हैं।
JDU ने 109 सीटों पर किया दावा
नीतीश कुमार की जदयू ने एनडीए में सीट बंटवारे से पहले ही 109 विधानसभा सीटों पर दावा ठोंक दिया है। इनमें सात वो विधानसभा सीटें हैं, जो भाजपा की हैं। जदयू ने जिन सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है, उनकी लिस्ट है…
क्र०सं० क्षेत्र सं०/विधानसभा का नाम
1. 1- वाल्मीकिनगर
2. 9-सिकटा
3. 11-सुगौली
4. 12-नरकटिया
5. 15-केसरिया
6. 17-पिपरा
7. 22-शिवहर
8. 26-सुरसंड
9. 27-बाजपट्टी
10. 29-रुन्नीसैदपुर
11. 30-बेलसंड
12. 31-हरलाखी
13. 34-बाबूबरही
14. 39-फुलपरास
15. 40-लौकहा
16. 41-निर्मली
17. 42-पिपरा
18. 43-सुपौल
19. 44-त्रिवेणीगंज (अ.जा.)
20. 47-रानीगंज (अ०जा०)
21. 49 अररिया
22. 60-रूपौली
23. 64-कदवा
24. 67-मनिहारी (अ.ज.जा.)
25. 68-बरारी
26. 70-आलमनगर
27. 71-बिहारीगंज
28. 72-सिंहेश्वर (अ०जा०)
29. 73-मधेपुरा
30. 74-सोनबरसा (अ.जा.)
31. 77-महिषि
32. 78-कुशेश्वरस्थान (अ.जा.)
33. 80-बेनीपुर
34. 82-दरंभगा ग्रामीण
35. 85-बहादुरपुर
36. 88-गायघाट
37. 90-मीनापुर
38. 92-सकरा (अ०जा०)
39. 95-कॉटी
40. 102-कुचायकोट
41. 103-भोरे (अ.जा.)
42. 104-हथुआ
43. 106-जीरादेई
44. 108-रघुनाथपुर
45. 110-बड़हरिया
46. 112-महाराजगंज
47. 113-एकमा
48. 117-मढ़ौरा
49. 121-परसा
50. 125- वैशाली
51. 126-महुआ
52. 127-राजापाकर
53. 129-महनार
54. 131-कल्याणपुर (अ.जा.)
55. 132-वारिसनगर
56. 133-समस्तीपुर
57. 135-मोरवा
58. 136-सरायरंजन
59. 138-विभूतिपुर
60. 140-हसनपुर
61. 141-चेरिया बरियारपुर
62. 143-तेघड़ा
63. 144-मटिहानी
64. 145-साहेबपुर कमाल
65. 148-अलौली (अ.जा.)
66. 149-खगड़िया
67. 150-बेलदौर
68. 151-परबत्ता
69. 153-गोपालपुर
70. 155-कहलगाव
71. 157-सुल्तानगंज
72. 158-नाथनगर
73. 159-अमरपुर
74. 160-धोरैया (अ.जा.)
75. 163-बेलहर
76. 164-तारापुर
77. 166-जमालपुर
78. 167-सूर्यगढ़ा
79. 169-शेखपुरा
80. 170-बरबीघा
81. 171-अस्थावों
82. 173-राजगीर (अ.जा.)
83. 174-इस्लामपुर
84. 175-हिलसा
85. 178-मोकामा
86. 190-पालीगंज
87. 192-संदेश
88. 195-अगिऑव (अ.जा.)
89. 201-डुमराँव
90. 202-राजपुर (अ.जा.)
91. 206-चैनपुर
92. 207-चेनारी (अ.जा.)
93. 208-सासाराम
94. 209-करगहर
95. 210-दिनारा
96. 215-कुर्था
97. 216-जहानाबाद
98. 217-घोसी
99. 220-ओबरा
100. 221-नवीनगर
101 224-रफीगंज
102 226-शेरघाटी
103 232-बेलागंज
104 233-अतरी
105 234-वजीरगंज
106 237-नवादा
107 238-गोविन्दपुर
108 242-झाझा
109 243-चकाइ
जदयू और बीजेपी के बीच सीटों के बंटवारे का एक अघोषित नियम चला आ रहा है। इन दोनों पार्टियों में यह समझौता है कि लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी बड़े भाई की भूमिका निभाएगी, वहीं विधानसभा चुनाव में जदयू बड़े भाई की भूमिका निभाएगी। यह नीति सालों से चली आ रही है। जैसे 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने जदयू से ज्यादा सीटें लड़ी थीं, वैसे ही माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में जदयू अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
मगर इस बार जदयू ने बिना किसी चर्चा के ही 109 सीटों पर अपना दावा ठोक दिया है। इससे ना सिर्फ बीजेपी, बल्कि गठबंधन के बाकी दलों में भी हड़कंप मचा हुआ है। जदयू का यह कदम गठबंधन में तनाव बढ़ा सकता है।
वहीं, केंद्रीय मंत्री और जदयू नेता जीतनराम मांझी भी अलग से अपनी बात कह रहे हैं, तो वहीं लोजपा (रा) के अध्यक्ष चिराग पासवान भी अपनी सीटों का दावा कर रहे हैं। इस तरह, दोनों पार्टियों के बीच सीटों को लेकर खींचतान चल रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि एनडीए में सीटों का फॉर्मूला क्या बनता है और गठबंधन की बैठक में आखिरकार क्या फैसला लिया जाता है। क्योंकि जदयू का यह कदम गठबंधन की राह को और भी कठिन बना सकता है।