
Bihar Election : बिहार में आगामी चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों में गहमागहमी है। एनडीए और महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है। कई संभावित उम्मीदवारों ने नामांकन की घोषणा कर दी है, जिससे राजनीतिक माहौल और भी गरमा गया है। कहलगांव में महागठबंधन के भीतर महासमर जैसे हालात हैं, जहां कांग्रेस और राजद दोनों के दावेदारों ने पोस्टर जारी कर दिए हैं।
संख्या से अधिक पसंदीदा सीटों को लेकर पेच ऐसा उलझा है कि आमने-सामने के गठबंधनों (एनडीए और महागठबंधन) में प्रत्याशियों का नाम अंतिम रूप से तय ही नहीं हो पा रहा। स्पष्ट है कि सीटों का आधिकारिक बंटवारा नहीं हुआ है। हालांकि, अंदरखाने पार्टियों ने संभावित प्रत्याशियों को संकेत कर दिया है।
कई दावेदार तो संभावना मात्र पर ही मैदान में जुट गए हैं। पार्टियों के नाम से उनकी ओर से पोस्टर जारी कर नामांकन की तिथि बताई जा रही। उनकी पार्टियां भी उन सीटों को अपने हिस्से में पक्का मानकर चल रहीं, लेकिन कहलगांव में नामांकन की घोषणा से उत्सुकता बनी हुई है।
कहलगांव केअलावा मोकामा, साहेबपुर कमाल, परबत्ता, घोसी, मांझी, विभूतिपुर और तारापुर से प्रत्याशियों ने नामांकन की घोषणा कर दी है। इसके लिए बजाप्ता पोस्टर जारी किए गए हैं। जदयू ने आधिकारिक रूप से अभी अनंत सिंह को प्रत्याशी नहीं बनाया है, लेकिन मोकामा से उन्होंने 14 अक्टूबर को नामांकन की घोषणा इंटरनेट मीडिया के जरिये सार्वजनिक कर दी है।
परबत्ता के विधायक डॉ. संजीव सिंह भी 14 अक्टूबर को नामांकन करेंगे। हाल ही में जदयू छोड़कर राजद में सम्मिलित हुए हैं। साहेबपुर कमाल से सत्तानंद संबुद्ध उर्फ ललन यादव भी इसी दिन नामांकन की घोषणा कर रहे। वे साहेबपुर कमाल से राजद के विधायक हैं और टिकट को लेकर आश्वस्त।
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पहले ही पर्यटन मंत्री राजू सिंह ने अपने को प्रत्याशी घोषित कर दिया। वे सार्वजनिक रूप से कह चुके हैं अपनी साहेबगंज सीट के लिए फिर ताल ठोकेंगे। साहेबगंज से वे पिछली बार वीआइपी के टिकट पर विजयी रहे थे।
टिकट की व्यवस्था भाजपा ने ही कराई थी, लिहाजा वे बाद में भाजपा में चले गए। पिछली बार वीआइपीएनडीए में थी और इस बार महागठबंधन में अधिकाधिक सीट और सरकार बनने से पहले ही उप मुख्यमंत्री के पद की गारंटी मांग रही। वाम दलों से भी दो प्रत्याशियों द्वारा नामांकन की घोषणा की जा चुकी है।
मांझी से सत्येंद्र यादव 14 अक्टूबर को, जबकि विभूतिपुर से अजय कुमार 16 अक्टूबर को नामांकन करेंगे। इसी दिन घोसी के माले विधायक रामबली सिंह यादव भी पर्चा भरेंगे। उन सीटों पर पिछली बार तीनों विजयी रहे थे और उनकी पार्टियों ने दोबारा मैदान में जाने का संकेत कर दिया है।
तारापुर का सम्राट बनने की लगी होड़
तारापुर से विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के सकलदेवबिंद भी 14 अक्टूबर को पर्चा भरने के लिए अड़े हुए हैं। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के भाई रोहित चौधरी भी दांव आजमाने की घोषणा कर चुके हैं। उनके दल को लेकर संशय चरम स्तर की है। अंदरखाने मान-मनौवल भी हो रहा।
कहलगांव में महागठबंधन के भीतर महासमर
महागठबंधन में खींचतान की जो स्थिति कहलगांव में देखी जा रही, वह अन्यत्र नहीं। कांग्रेस के साथ राजद के संभावित प्रत्याशी ने अपनी दावेदारी के पक्ष में पोस्टर जारी कर दिए हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे सदानंद सिंह यहां से नौ बार विधायक चुने गए हैं।
पिछली बार उनके पुत्र शुभानंदमुकेश को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया था, जो भाजपा से मात खा गए। इस बार कांग्रेस की ओर से प्रवीण कुशवाहा ने 17 अक्टूबर को नामांकन की घोषणा कर दी है। राजद की ओर से रजनीश इसकी घोषणा कर रहे, जो झारखंड के मंत्री संजय यादव के पुत्र हैं।
कांग्रेस इस सीट को छोड़ने के लिए अभी तक तैयार नहीं, जबकि आठ अक्टूबर को इस विधानसभा क्षेत्र में गोराडीह से राजद के चुनाव प्रचार की शुरुआत कर चुके हैं। तब उनके साथ रजनीश भी थे।
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